गाजियाबाद के जेल अधीक्षक आलोक सिंह ने बताया कि गाजियाबाद की डासना जेल में कैदियों की संख्या ज्यादा हो रही है। इसे देखते हुए और शासन के द्वारा हापुड़ में भी एक नई जेल बनाए जाने का फैसला लिया है। जिसके लिए जल्द ही 60 एकड़ जमीन तलाशी जा रही है और इसके लिए 44 करोड रुपए आवंटित भी किए जा चुके हैं। नई जेल बनने से डासना जेल के कैदियों की संख्या भी कम होगी। कैदियों के लिए दी जा रही सारी व्यवस्थाओं में भी सुधार होगा। नई जेल में कैदियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए डासना जेल की तरह ही हापुड़ जेल में भी यह व्यवस्था शुरू की जाएगी। यानी कि डासना जेल की तरह ही होने वाले प्रिंटिंग डिजाइन आदि कई प्रकार की गतिविधियों पर भी जोर दिया जाएगा।
यह भी देखें: केंद्र सरकार के बजट को लेकर बोले नीरज शेखर उन्होंने बताया कि महिला कैदियों के लिए भी महिला और पुरुष संगीत प्रतियोगिता, खेलकूद में भी निपुण बनाने के साथ ही उन्हें अपराध की दुनिया से निकलने के बाद सुधार ग्रह के रूप में रखा जाएगा, ताकि वह भी समाज का हिस्सा बन सकें और आत्मनिर्भर बनने के बाद अपने परिवार का लालन पालन कर सकें। डासना जेल में लगातार बढ़ती कैदियों की संख्या को देखते हुए पिछले काफी समय से हापुड़ जनपद में भी एक जेल बनाए जाने का प्रस्ताव भेजा गया था। जिसे हर सांसों से हरी झंडी मिल चुकी है और अब जल्द ही हापुड़ में भी नई जेल का निर्माण होगा। इसके बाद गाजियाबाद की जेल में कैदियों की संख्या कम हो जाएगी और सभी कैदियों की ठीक से मॉनिटरिंग भी की जा सकेगी।