गाजियाबाद. बुजुुर्ग अब्दुल समद से मारपीट और दाढ़ी काटने के मामले लोनी पुलिस ने ट्विटर इंडिया ( Twitter ) के एमडी काे दूसरा नाेटिस जारी किया है। इस नाेटिस में गाजियाबाद पुलिस ( Ghaziabad Police ) ने उन्हे 24 जून की सुबह साढ़े दस बजे तक लोनी पुलिस स्टेशन पहुंचने के लिए कहा गया है।
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बतादें कि इस मामले में FIR दर्ज करने के बाद लोनी पुलिस ने ट्विटर इंडिया ( Twitter India) के मैनेजिंग डायरेक्टर मनीष माहेश्वरी को लीगल नोटिस ( Legal Notice ) जारी करके सात दिन के भीतर थाने में आने के लिए कहा था। इस नोटिस में कहा गया था कि कुछ लोगों ने सांप्रदायिक नफरत फैलाने के उद्देश्य से सामाजिक विद्वेष फैलााने वाली वीडियो काे शेयर किया लेकिन ट्विटर इंडिया ने इस पर कोई संज्ञान नहीं लिया और वीडियो काे वायरल होने दिया । जो एक बड़ी लापरवाही है। इसी मामले में बयान के लिए पुलिस ने ट्विटर इंडिया के एमडी काे नाेटिस जारी किया था। अब इसी क्रम में दूसरा नाेटिस जारी किया गया है। यह भी पढ़ें
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दरअसल गाजियाबाद पुलिस बुजुर्ग से मारपीट ( Old Man Assault ) और दाढ़ी काटने के मामले में अब तक कई लोगों पर कार्रवाई कर चुकी है। इस पूरे मामले में 9 लोगों का गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस ने ट्विटर के खिलाफ भी कार्रवाई शुरू कर दी है। गाजियाबाद पुलिस ने बुजुर्ग से मारपीट मामले में भड़काऊ वीडियो को लेकर ट्विटर इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर मनीष माहेश्वरी को अब दूसरा लीगल नोटिस भेजा है। अब उन्हे नाेटिस में सुबह साढ़े दस बजे तक पुलिस स्टेशन पहुंचने के लिए कहा गया है।
ये लिखा है नोटिस में लोनी बॉर्डर थाने के जांच अधिकारी ने ट्विटर के एमडी मनीष माहेश्वरी को भेजे नोटिस में कहा है कि ‘हमारी जानकारी में यह तथ्य आया है कि टि्वटर इंडिया के एमडी होने के नाते आप भारत में ट्विटर के प्रतिनिधि हैं। इस कारण आप इस जांच में सहयोग करने के लिए भारतीय कानून के तहत बाध्य हैं। जनता और राज्य की सुरक्षा और सद्भाव बनाए रखने के लिए टि्वटर इंडिया के हैंडल के माध्यम से भारत में प्रसारित कौन-कौन सा ट्वीट हटाया जाना चाहिए इस बारे में आपको निर्णय लेने की शक्ति है। ट्विटर प्लेटफार्म पर प्रकाशित गाजियापबाद के विद्वेष पूर्ण ट्वीट के कारण समाज में तनावपूर्ण माहौल पैदा हुआ है। देश-प्रदेश में विभिन्न समूह के माध्यम से शत्रुता बढ़ी और सामाजिक सुधार को खतरा पैदा हुआ। गाजियाबाद पुलिस ने अपने आधिकारिक ट्विटर प्लेटफार्म से ट्वीट करके कहा था कि यह वीडियो फर्जी है। ऐसे में आपकी जिम्मेदारी बनती थी और आपके अधिकार क्षेत्र में था कि आप इस झूठी सूचना को फैलाने से रोकते लेकिन आपने ऐसा नहीं किया और वीडियो को वायरल होने दिया। इस संदर्भ में आपको 24 जून सुबह 10:30 बजे तक लोनी बॉर्डर कार्यालय में व्यक्तिगत रूप से पेश होना होगा और अपना पक्ष रखना होगा।