उन्होंने कहा कि वह मुसलमान भाइयों से अपील करते हैं कि हम और आप दोनों भारतवंशी हैं। कोई मुगल वंश ही नहीं है। उन्होंने कहा कि हम कहां जाएंगे। फारूक अब्दुल्लाह कहते हैं कि राम का मंदिर कहीं भी बन जाए। उनके इस बयान पर गिरिराज ने कहा कि हम पूछते हैं कि कि कोई मुसलमान मक्का ही हज करने क्यों जाता है, वेटिकन सिटी क्यों नहीं जाता? उन्होंने कहा कि हमें कहा जाता है कि अयोध्या छोड़ दें । इसके बाद अपने आग उगलने और डराने वाले अंदाज में कहा कि हमें इतना मत सताओ, जो मेरा सब्र का बांध टूट जाए। पाकिस्तान और बांग्लादेश में मंदिर टूट रहे हैं, लेकिन हमारे यहां 3 लाख मस्जिद बन गए। हमने तो कुछ नहीं कहा। हमारा सम्मान आपको करना चाहिए, लेकिन इतना मत सताओ कि हमारा सब्र टूट जाए।
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दरअसल, गिरिराज सिंह बुधवार को गाजियाबाद पहुंचे थे । इस दौरान वे डासना मंदिर में गए। जहां पर वह महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती से मिले। आपको बता दें कि यति नरसिंहानंद सरस्वती पिछले करीब 1 महीने से आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं । यति नरसिंहानंद सरस्वती चाहते हैं कि जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाया जाए। गिरिराज सिंह ने कहा कि देश के विकास के लिए जनसंख्या नियंत्रण कानून बेहद जरूरी है।