यह भी पढ़े- नोएडा शूटआउट लाइव एनकाउंटर: देखिये, कैसे ढेर हुआ ढाई लाख का इनामी बदमाश बलराज दरअसल, इंदिरापुरम स्थित कृष्णा अपरा सैफायर सोसाइटी में सीए अभिषेक माथुर अपने परिवार के साथ रहते हैं। सीओ धर्मेंद्र चौहान ने बताया कि उनके पास आए दिन कंपनियों का पैसा आता रहता है। इस पैसे को वे अलमारी में रखते हैं। लेकिन, करीब पांच माह से जब भी अलमारी से पैसा वापस निकालते तो उसमें 10 से 50 हजार रुपये कम मिलते थे। लगातार रुपया कम होने लगा तो उन्होंने घर के कमरों में सीसीटीवी कैमरे लगवा दिए। इसके बाद जब पिछले शुक्रवार को नौकरानी सुमन चोरी करते हुए कैमरे में कैद हुई तो परिवार को विश्वास नहीं हुआ।
यह भी पढ़े- 50 साल के पति के चंगुल से छूटी इस किशोरी की दर्दभरी दास्तां सुन रो देंगे आप अगले ही दिन शनिवार को जब सुमन अलमारी से पैसा चोरी करते हुए फिर से कैमरे में कैद हो गई तो अभिषेक माथुर ने सोमवार को एफआईआर दर्ज करवाई। इसके बाद पुलिस ने नौकरानी के घर में छापा मारा तो पता चला कि वह घर से कुछ देर पहले ही निकली है। लिहाजा पुलिस ने घेराबंदी करके घर से कुछ ही दूरी पर सुमन को धर दबोचा। वह प्रताप विहार की चरन सिंह कालोनी में रहती थी। पुलिस की और सीए परिवार की आंखे उस समय खुली रह गई जब उन्होंने देखा नौकरानी के पास से 22.80 लाख कैश और दो लाख के जेवरात बरामद हुए हैं। पुलिस का भी साफतौर पर कहना है कि अगर आप भी नौकरों की वेरिफिकेशन नहीं करवाएंगे तो यह आपके लिए भी खतरनाक हो सकता है। जैसा कि इस मामले में हुआ।