क्या भाजपा से नाराज हैं गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर के मतदाता?
गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीट पर मतदान प्रतिशत कम होने के कई मायने निकाले जा रहे हैं। अलग-अलग पार्टी के नेताओं का कहना है कि गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीट पर कम वोटिंग का असर बीजेपी उम्मीदवार महेश शर्मा पर पड़ सकता है, क्योंकि शहरी क्षेत्रों में उनका दबदबा ज्यादा है। यह भी पढ़ेंः यूपी में 41 दिन बंद रहेंगे सरकारी स्कूल, गर्मियों की छुट्टियों पर आया बड़ा अपडेट राजनीतिक विश्लेषक अतुल ठाकुर की मानें तो लोकसभा चुनाव 2024 में कम मतदान के दो कारण हैं। इसमें से पहला कारण भाजपा के टिकट वितरण को लेकर राजपूत समुदाय का गुस्सा है। जबकि दूसरा कारण शहरी क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे से संबंधित कई मुद्दे हैं। जो पिछले दस सालों से अनसुलझे हैं। दूसरी ओर गाजियाबाद में भी कमोबेश यही हाल है।
गाजियाबाद में 14 और गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीट पर 15 प्रत्याशियों ने ठोकी ताल
लोकसभा चुनाव 2024 के तहत गाजियाबाद में 14 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं। इसमें भाजपा से गाजियाबाद के विधायक अतुल गर्ग, कांग्रेस से डॉली शर्मा और बसपा से नंद किशोर पुंढीर शामिल हैं। जबकि गौतमबुद्धनगर लोकसभा सीट पर 15 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं। इसमें भारतीय जनता पार्टी से मौजूदा सांसद डॉ. महेश शर्मा, समाजवादी पार्टी (सपा) से डॉ. महेंद्र नागर और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) से राजेंद्र सोलंकी शामिल हैं। यह भी पढ़ेंः यूपी की वो लोकसभा सीट, जहां जब्त हो जाती है स्टार्स की जमानत, इस बार किसके सिर सजेगा ‘ताज’ इस बार दोनों सीटों पर मतदान प्रतिशत गिरने की बड़ी वजह शहरी मतदाता बताए जा रहे हैं। यानी शहरी मतदाताओं ने इन दोनों सीटों पर अपेक्षा से कम मतदान किया है। यही कारण है कि यहां पिछले दो चुनावों की अपेक्षा इस बार कम मतदान हुआ है।