उधर, भाजपा को करारा जवाब देने के लिए गाजियाबाद से समाजवादी पार्टी के तमाम नेताओं की एक टीम कैराना के लिए रवाना हो चुकी है। समाजवादी पार्टी के सभी नेताओं में खासा उत्साह भरा हुआ है और उनका कहना के इस बार कैराना में होने वाले उपचुनाव में भाजपा को करारा झटका दिया जाएगा चाहे उन्हें घर-घर जाकर भाजपा सरकार के कार्यों को बताना पड़े। दरअसल, जो वादे भाजपा सरकार ने सरकार बनने से पहले लोगों से किए थे और वह अभी तक पूरे नहीं कर पाई है। इसके अलावा समाजवादी पार्टी के सभी नेता समाजवादी पार्टी की सरकार के दौरान किए गए तमाम कार्यों के बारे में लोगों को अवगत कराएंगे, ताकि लोग कैराना में होने वाले उपचुनाव में भाजपा को आईना दिखा सकें।
कैराना जाने वाले इन नेताओं में सभी 20 ऐसे नेताओं के नाम हैं, जिन्हें चुनाव लड़ाने में पारंगत हासिल मानी जाती है। अब देखने वाली बात यह होगी कि सपा की यह रणनीति कामयाब हो पाती है या नहीं।
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दरअसल, भाजपा ने इस सीट से अपने दिवंगत सांसद हुकुम सिंह की बेटी मृगांका सिंह को उम्मीदवार बनाया है। भाजपा को उम्मीद है कि उसे सहानुभूति का फायदा मिलेगा। इसके साथ ही भाजपा को लोक दल के प्रत्याशी कमर हसन के मैदान में आने से मुस्लिम वोटों के बंटने की संभावना को देखते हुए भी जीत की उम्मीद दिख रही है। हालांकि, इस उप चुनाव में मुकाबला बहुत ही दिलचश्प होने की संभावना है, क्योंकि इस बार कांग्रेस और बसपा ने भी अपने उम्मीदवार नहीं उतारे हैं, जिसका फायदा भी सप-रालोद के संयुक्त उम्मीदवार तबस्सुम हसन को मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। अगर तबस्सुम हसन को मुसलमानों के साथ ही दलित और जाट वोट भी मिल गए तो उसे हराना भाजपा के लिए संभव नहीं होगा।