केंद्रीय मंत्रिमंडल ने दी मंजूरी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने दिल्ली मेट्रो के चौथे फेज में बनने वाले 26.463 किलोमीटर के रिठाला – नरेला – नाथूपुर (कुंडली) कॉरिडोर को मंजूरी दे दी है। यह कॉरिडोर राजधानी दिल्ली, हरियाणा और गाजियाबाद के बीच की कनेक्टिविटी को और बढ़ाएगा। कॉरिडोर को मंजूरी की तारीख से 4 साल में पूरा करने का लक्ष्य है।दिल्ली सरकार को कितना खर्च देना होगा?
इस कॉरिडोर की कुल लागत 6,230 करोड़ रुपए है। इसमें दिल्ली में कुल 5685.22 करोड़ रुपए का निर्माण होगा जबकि हरियाणा में बनने वाली लाइन में 545.77 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इस खर्च को केंद्र सरकार और राज्य सरकार के बीच बांटा गया है। दिल्ली में बनने वाली मेट्रो लाइनों के कुल खर्च में केंद्र सरकार 40 प्रतिशत योगदान देगी, जबकि दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) 1,000 करोड़ रुपये प्रदान करेगा। इसके अलावा, 37.5 प्रतिशत खर्च दिल्ली मेट्रो को लोन के रूप में मिलेगा और 20 प्रतिशत खर्च दिल्ली सरकार देगी। यह भी पढ़ें
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हरियाणा सरकार उठाएगी 80 प्रतिशत खर्च
हरियाणा में कॉरिडोर का कुल खर्च 545.77 करोड़ रुपए है। इस खर्च का 80 प्रतिशत राज्य सरकार देगी और 20 प्रतिशत हिस्सा केंद्र सरकार उठाएगी। उम्मीद जताई जा रही है कि साल 2028 तक इस कॉरिडोर का निर्माण पूरा हो जाएगा।गाजियाबाद से कैसे जुड़ेगा कॉरिडोर?
PIB की रिपोर्ट के मुताबिक, यह लाइन वर्तमान में चालू शहीद स्थल (न्यू बस अड्डा) – रिठाला (रेड लाइन) कॉरिडोर का विस्तार होगी और राष्ट्रीय राजधानी के उत्तर पश्चिमी हिस्सों जैसे नरेला, बवाना, रोहिणी के कुछ हिस्सों आदि में कनेक्टिविटी को बढ़ावा देगी। कॉरिडोर पूरा होने के बाद, रिठाला – नरेला – नाथूपुर कॉरिडोर उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में शहीद स्थल न्यू बस अड्डा स्टेशन को दिल्ली के माध्यम से हरियाणा के नाथूपुर से भी जोड़ेगा।21 स्टेशन होंगे शामिल
इस पूरे खंड में 21 स्टेशन शामिल होंगे। इस कॉरिडोर के सभी स्टेशन एलिवेटेड होंगे। इस कॉरिडोर पर बनने वाले स्टेशन हैं: रिठाला, रोहिणी सेक्टर 25, रोहिणी सेक्टर 26, रोहिणी सेक्टर 31, रोहिणी सेक्टर 32, रोहिणी सेक्टर 36, बरवाला, रोहिणी सेक्टर 35, रोहिणी सेक्टर 34, बवाना औद्योगिक क्षेत्र – 1 सेक्टर 3,4, बवाना औद्योगिक क्षेत्र – 1 सेक्टर 1,2, बवाना जेजे कॉलोनी, सनोथ, न्यू सनोथ, डिपो स्टेशन, भोरगढ़ गांव, अनाज मंडी नरेला, नरेला डीडीए स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, नरेला, नरेला सेक्टर 5, कुंडली और नाथूपुर। वर्तमान में, दिल्ली मेट्रो हरियाणा के गुरुग्राम, बल्लभगढ़ और बहादुरगढ़ तक संचालित होती है।64 लाख यात्री रोजाना करते हैं यात्रा
आज, दिल्ली मेट्रो में औसतन 64 लाख यात्री रोजाना यात्रा करते हैं। PIB की रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल 18 नवंबर को अब तक सबसे ज़्यादा 78.67 लाख यात्रियों ने यात्रा की है। डीएमआरसी द्वारा वर्तमान में दिल्ली और एनसीआर में 288 स्टेशनों के साथ लगभग 392 किमी की कुल 12 मेट्रो लाइनें संचालित की जा रही हैं। आज, दिल्ली मेट्रो के पास भारत का सबसे बड़ा मेट्रो नेटवर्क है और यह दुनिया के सबसे बड़े मेट्रो में से एक है। यह भी पढ़ें