डीएसपी राजकुमार पांडेय ने जानकारी देते हुए बताया कि गैंग से ये बौना करीब दो साल पहले ही जुड़ा था। ये कार का शीशा तोड़कर अंदर घुसता और साथियों की मदद से कार चुराता था। इसके कारनामे देखकर सभी इसे गैंग का मास्टरमाइंड भी कहने लगे थे और तभी से गैंग का नाम भी बौना गैंग किया गया था। फिलहाल इस गैंग के सरगना और अन्य साथियों का पता लगाया जा रहा है।
बौना चुरा चुका है 60 कार पुलिस की मानें तो पकड़े गए चोरों ने बताया है कि उनका साथी बौना अभी तक 60 कारें चुरा चुका है और ये चोरी में मास्टर है। पकड़े गए बदमाशों की पहचान रौनक अली उर्फ बब्बू, ताज मोहम्मद उर्फ चांद, जमशेद उर्फ बौना व याकूब के रूप में हुई है। बब्बू व बौना संभल के रहने वाले हैं, वहीं ताज मोहम्मद मीरपुर हिन्दू गांव और याकूब दिल्ली की सुंदर नगर कॉलोनी का रहने वाला है। गैंग का सरगना सोनू है जो कि कार के ऑर्डर लेता और गैंग को चुराने को कहता। इसके बाद बौना कारों के शीशे तोड़कर उसमें घुसता और इग्नीशन लॉक तोड़कर कार चुरा लेता।
बच्चा समझ छोड़ देती थी पुलिस बताया जाता है कि पुलिस ने कई बार बौना जमशेद को सीसीटीवी में देखा था। लेकिन, उसकी लंबाई देखकर पुलिस को लगता कि वह बच्चा है और इसे नजरअंदाज कर दिया जाता था। इसी कारण वह अभी तक पुलिस के चंगुल से बचता आ रहा था।
मुखबीर की सूचना पर हुए गिरफ्तार पुलिस ने मुखबीर की सूचना पर इस गैंग को पकड़ा। लोनी थाना प्रभारी बिजेंद्र सिंह भड़ाना के मुताबिक मंगलवार को मुखबिर से सूचना मिली थी कि ऑनडिमांड कार चुराने वाले गैंग के 2 सदस्य बिना नंबर प्लेट की कार से लोनी की ओर आ रहे हैं। जिसपर उन्हें बंथला के पास रोकने की कोशिश की गई। इस दौरान ये लोग भागने लगे। पुलिस ने कार का पीछा कर उसमें सवार दोनों बदमाशों को पकड़ लिया। इनमें एक बौना भी था। इन्होंने कड़ाई से पूछताछ में बताया कि निठोरा रोड पर उन्होंने चुराई गई कारें खड़ी कर रखी हैं। जिसके बाद पुलिस ने निठोरा रोड से 8 कारें बरामद कीं। इस दौरान इनके तीन साथी वहां मौजूद थे, जिनमें से दो को गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि इनका एक साथी फरार हो गया।