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फर्जी दस्तावेजों पर फ्लैट लेकर रहा था ये विदेशी
पुलिस के मुताबिक इन तीनों की पहचान बांग्लादेश निवासी आलम शेख,नजरुल इस्लाम और आलम हुसैन हैं। इनमें से नजरुल इस्लाम ने बिसरख में एक बड़ा प्लॉट खरीद रखा था।जिस पर एक बड़ी कोठी बना रखी थी। उसी कोठी के एड्रेस पर इसने अब तक सैकड़ों लोगों के पहचान पत्र बनवाए हैं। यहीं नहीं नजरुल खुद गाजियाबाद के इंदिरापुरम इलाके की एक सोसाइटी में रह रहा था।जो बेहद हाईप्रोफाइल है। उस सोसाइटी में भी इसने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर ही फ्लैट लिया हुआ था।
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पुलिस संपत्ति का पता लगाने में जुटी
पुलिस जांच में जुटी है कि इसने कहां-कहां संपत्ति बनाई है। यही नहीं पुलिस उन लोगों की भी तलाश कर रही है।जिनको इसने फर्जी दस्तावेज (आईडी प्रूफ) बनावा कर दिए हैं। पुलिस को शक है कि बांग्लादेशियों को भारत में लाने के बाद नज़रुल उनके फर्जी दस्तावेज बनाकर उन्हें यहां की कोई पहचान दिलवाने का काम कर रहा था और लंबे समय से यह काम चल रहा था। हालांकि नजरूल ने पुलिस को बताया है कि वह आसानी से बांग्लादेश का बॉर्डर पार करके बिना पासपोर्ट ही भारत आ गया था।