यह भी पढ़ें- June में तीसरी बार Corona के केसों ने 100 का आंकड़ा किया पार, यहां UP में सबसे अधिक केस इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष हरप्रीत सिंह जग्गी ने बताया कि न्यायालय परिसर में 2 अधिवक्ताओं को कोविड-19 पॉजिटिव पाया गया था, जिसके बाद जिला जज ने पूरे न्यायालय परिसर को कंटेनमेंट जोन- 2 में शामिल करते हुए 14 दिन के लिए समस्त न्यायालय परिसर को सील कर दिया था, लेकिन अब मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने आख्या देते हुए बताया कि 14 दिन कार्यालय बंद किए जाने की आख्या रिहायशी इलाके को ध्यान में रखते हुए दी गई थी।
न्यायालय या न्यायायिक कार्य कार्यालय के अंतर्गत आता है, जिसके लिए मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश शासन के आदेश के अनुसार यदि किसी कार्यालय परिसर में कोरोना से पीड़ित पाया जाता है तो उस परिसर को 24 घंटे के लिए सील करते हुए सैनिटाइजेशन की कार्रवाई कराने के निर्देश दिए गए हैं। इसलिए उस आदेश को ध्यान में रखते हुए पहले दी गई आख्या को संशोधित करते हुए न्यायालय परिसर को सामान्य न्याय आयोग गतिविधियों को संचालित करने की संस्तुति की गई है। यानी अब 29 जून सोमवार से सभी न्यायायिक कार्य सुचारू रूप से किए जाएंगे।