गाजियाबाद के जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया कि शासन से 500 ई पास मशीन आबकारी विभाग गाजियाबाद को मिल गई हैं। इन मशीनों को शराब की दुकानों पर निःशुल्क लगाया जा रहा है। इसके लिए बारकोड सिस्टम के आधार पर शराब की बोतल को स्कैन करने के बाद ई पास मशीन कनेक्ट प्रिंटर से बिल भी निकलेगा, उस बिल को ग्राहक को दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसी तरह उत्तर प्रदेश केे सभी जिलों में योगी सरकार की तरफ से ई पास मशीन उपलब्ध कराई जा रही हैं।
यह भी पढ़ें- आजम खान फिर मुश्किल में फंसे, ईडी ने अवैध कब्जे वाली संपत्तियों का मांगा ब्योरा ओवर रेटिंग की समस्या हो जाएगी पूरी तरह खत्म आबकारी अधिकारी ने बताया कि इसके लिए बाकायदा शराब की दुकानों पर मौजूद रहने वाले सेल्समैन को ट्रेनिंग दी जाएगी, ताकि वह इन मशीनों को आसानी से ऑपरेट कर सकें। उन्होंने बताया कि इन मशीनों के लगने के बाद ओवर रेटिंग करीब-करीब पूरी तरह से खत्म हो जाएगी। उसके अलावा आबकारी विभाग की तरफ से समय-समय पर चेकिंग अभियान चलाया जाएगा।
यह भी पढ़ें- प्यार के दुश्मन बने परिवार वाले तो लड़की ने थाने की छत से लगाई मौत की छलांग ई पास मशीन की खासियत ई पास मशीन की सबसे बड़ी खासियत यह है कि शराब की बोतल पर प्रिंट रेट ब्रांड और बनाने वाली कंपनी का विवरण भी मोबाइल पर आ जाएगा, जिसकी जांच परख ग्राहक भी आसानी से कर सकता है। यह प्रक्रिया पहले चरण में की जाएगी। जबकि दूसरे चरण में बिल की प्रतिलिपि प्रिंट से निकलकर ग्राहक को दिए जाने की तैयारी की जा रही है। जल्द ही इस प्रक्रिया को भी पूरा कर लिया जाएगा। आबकारी अधिकारी का कहना है कि इस प्रक्रिया के बाद शराब की क्वालिटी और रेट आदि में पूरी पारदर्शिता रहेगी।