यह भी पढ़ें ; दोस्तों के बीच हुआ विवाद तो घर में घुसकर जमकर की तोड़फोड़, फायरिंग कर दे डाली धमकी दरअसल, थाना साहिबाबाद इलाके में 27 जुलाई की सुबह सूटकेस में बन्द एक नवविवाहिता की लाश मिली थी। पुलिस ने शव की पहचान बरीशा केे रूप में की। जिसकी शादी बुलंदशहर हुई थी। शिनाख्त के बाद उसके परिजनों को भी सूचित किया गया और परिजनों के द्वारा भी बताया गया कि सूटकेस में मिली लाश बरीशा की है। पुलिस को बरिशा के भाई और मां-बाप ने बताया कि उसकी शादी 1 जून 2020 को बुलंदशहर में हुई थी और उसे लगातार दहेज के लिए प्रताड़ित किया जा रहा था और अब उसकी ससुराल वालों ने ही बरीशा की हत्या कर उसके शव को यहां ठिकाने लगाया है।
जिसके आधार पर पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव बरीशा के परिजनों को सौंप दिया। जिन्होंने शव को दफना भी दिया और यह पूरा मामला बुलंदशहर में दर्ज था। इसलिए पूरे मामले को बुलंदशहर ही ट्रांसफर कर दिया गया। बड़ी बात यह है कि बुलंदशहर पुलिस द्वारा भी बरीशा के पति सास और ससुर को शव की शिनाख्त किए जाने के बाद उन्हें सलाखों के पीछे भेजा जा चुका है। लेकिन 3 अगस्त को बरीशा अलीगढ़ से जीवित बरामद किया।जैसे ही गाजियाबाद पुलिस को यह जानकारी मिली तो पुलिस के होश उड़ गए और आनन-फानन में बुलंदशहर पुलिस से संपर्क किया गया। हालांकि गाजियाबाद पुलिस ने शव के पोस्टमार्टम के बाद उसका डीएनए पर पिरजर्व किया हुआ है।
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