माफिया डॉन मुन्ना बजंरगी पर बनेगी फिल्म, बॉलीवुड से इस लेखक को आया फोन गाजियाबाद में पकड़े गऐ कुख्यात बदमाश अमर सिंह उर्फ मूंछ पर प्रदेश पुलिस ने एक लाख रुपये का इनाम रखा था। वह लंबे समय से पुलिस की आंखों में धूल झोंकता आ रहा था। उत्तर प्रदेश के मेरठ के सरधना का रहने वाला मूंछ मुख्य रूप से सुंदर भाटी गैंग के लिए काम करता है। वह अब तक न जाने कितनी हत्याएं कर चुका है, इसका रिकॉर्ड खुद उसके पास नहीं है, लेकिन इस बार जो कांड वह करने वाला था, वह बेहद चौंकाने वाला है। बागपत जेल में हुई मुन्ना बजरंगी की हत्या को अभी लोग भूल भी नहीं पाए हैं कि मूंछ ने शामली जेल में हत्या की प्लानिंग कर ली। इसके पीछे जेल में ही बैठे सुंदर भाटी का हाथ बताया जा रहा है। गाजियाबाद में क्राइम ब्रांच ने राजनगर एक्सटेंशन में अमर सिंह उर्फ मूंछ को 50 हजार के इनामी शातिर बदमाश डीके और धर्मेंद्र के साथ गिरफ्तार कर लिया है। इनके साथ तीन और बदमाश अर्पित, अनुज और कुलदीप भी पकड़े गए हैं। पूरी प्लानिंग क्या थी, इस विषय में हमने मेरठ के एडीजी प्रशांत कुमार से बात की।
इतने पुलिसवालों की सुरक्षा आैर गाड़ियों के काफिले से वीआर्इपी की तरह फतेहगढ़ पहुंचा सुनील राठी दरअसल, पकड़े गए बदमाशों में से एक अर्पित के पिता विक्की की कुछ समय पहले हत्या कर दी गई थी। अर्पित के पिता का हत्यारोपी शामली जेल में बंद हैं। अर्पित ने उससे बदला लेने की ठानी थी और इसीलिए अमर सिंह उर्फ मूंछ के साथ मिल गया था। अमर सिंह उर्फ मूछ की बात करें तो बीते साल ग्रेटर नोएडा में बीजेपी नेता शिवकुमार की हत्या में अमर सिंह उर्फ मूंछ का ही हाथ था। अर्पित और अमर सिंह जब मिले तो इनके साथ डीके और धर्मेंद्र शामिल हो गए। इसके बाद इन्होंने दो और साथियों कुलदीप और अनुज को साथ मिलाया और अत्याधुनिक हथियारों को इकट्ठा किया गया। इसके लिए एनसीआर में लूटपाट भी की गई। कुछ ऐसी माउजर भी इकट्ठी की गईं, जो जेल में आसानी से जा सकें। प्लानिंग के तहत ये लोग बीती शाम शामली की तरफ जा रहे थे, लेकिन राजनगर एक्सटेंशन में जैसे ही पुलिस ने इनको रोका, यह फरार होने लगे। इसके बाद मुठभेड़ हुई और पुलिस ने पांचों को गिरफ्तार कर लिया। अमर सिंह उर्फ मूंछ ने अपना नाम के आगे मूंछ इसलिए लगाया था, क्योंकि वह बड़ी मूछें रखता है और क्राइम की दुनिया का बेताज बादशाह बनना चाहता है और खुद का नाम मूंछ संबोधित कराना वह काफी पसंद करता है।
फतेहगढ़ जेल जाते समय रास्ते में रुका सुनील राठी, अधिकारियों को चकमा देकर इस व्यक्ति से की बात! पुलिस अधिकारी अब इस बात की जांच की बात कह रहे हैं कि शामली जेल में अंदर जाने के लिए इनका प्लान क्या था। कैसे यह हथियार को अंदर दाखिल करा देते। कहीं जेल प्रशासन का कोई शख्स उनके साथ तो नहीं मिला हुआ था। यह तमाम चीजें हैं, जो जांच का विषय हैं। इनकी गिरफ्तारी के बाद पुलिस को उम्मीद है कि अब पश्चिमी यूपी में क्राइम पर लगाम लग पाएगी।