यह भी पढ़ें- नए साल पर भूलकर न करें ये काम, वरना एक लाख के जुर्माने के साथ जाना होगा जेल जानकारी के मुताबिक, यह घटना थाना कविनगर क्षेत्र के हरसांव गांव में हुई है। बताया जा रहा है कि सरकारी विभाग में नौकरी करने वाले देवेंद्र 50 वर्षीय पत्नी संतोष और 16 वर्षीय बेटे मनीष यादव के साथ हरसांव गांव में रहते हैं। उनके घर में कुछ किराएदार भी रहते हैं। जिस वक्त यह घटना हुई उस समय किराएदार बाहर गए हुए थे। इसलिए देवेंद्र की पत्नी संतोष अपने बेटे मनीष के साथ घर की दूसरी मंजिल पर सोने के लिए चली गई थी। सर्दी अधिक होने के कारण संतोष ने पहले तसले में कंडे सुलगाकर आग जलाई और दरवाजा बंद कर दोनों सो गए।
यह भी पढ़ें- मौलाना अरशद मदनी की भाजपा सरकार को चेतावनी, बोले- एक नहीं, 50 कानून बना लो, लेकिन मुसलमान शरीयत से चलेगा सुबह देर तक जब मां-बेटे कमरे से बाहर नहीं आए तो देंवेंद्र की पोती उन्हें उठाने के लिए पहुंची। दरवाजा खटखटाने के बाद भी नहीं खुला तो पुलिस को बुलाकर दरवाजा तोड़ा गया। मां-बेटे चारपाई पर मृत अवस्था में मिले। हालांकि घटना के बाद परिजनों ने पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया। कविनगर थाना प्रभारी राजकुमार शर्मा का कहना है परिजनों ने कानूनी कार्रवाई से इनकार कर दिया। वहीं दावा किया जा रहा है कि दोनों की मौत आग से बनी गैस के कारण दम घुटने से हुई है।