यह भी पढ़ें- अच्छी खबर प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की अनिवार्यता खत्म, अब किसान मर्जी से करा सकेंगे बीमा बता दें कि सोमवार को दिन निकलते ही गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर समेत वेस्ट यूपी के कई जिलों में झमाझम बारिश शुरू हो गई। इसके बाद शहर की सड़कों पर मेन बाजार में जलभराव की स्थिति बन गई और वहां से निकलने वाले सभी लोगों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि जलभराव की स्थिति पैदा होने के बाद जब यह तस्वीर नगर निगम के अधिकारियों के सामने आई तो नगर आयुक्त दिनेश चंद्र सिंह ने कहा कि शहर में रहने वाले लोगों के पेयजल की व्यवस्था कराना और बारिश के समय जलभराव की स्थिति पैदा ना हो, इसके लिए शहर के सभी नालों की साफ-सफाई कराना नगर निगम का कर्तव्य है।
उन्होंने बताया कि नगर निगम शहर के नालों की सफाई का कार्य कर रहा है। कुछ इलाकों के नालों की सफाई से वह खुद भी संतुष्ट नहीं है। कुछ नालों की सफाई दोबारा से कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि वह खुद उन इलाकों का दौरा कर इसकी गहनता से जांच करेंगे और हर हाल में जल्द से जल्द सभी नालों की सफाई करा दी जाएगी, ताकि शहर में जलभराव की स्थिति पैदा ना हो। उन्होंने बताया कि गाजियाबाद के नेशनल हाईवे-9 के किनारे वाले नालों की सफाई में अभी इसलिए परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि वहां निर्माण कार्य चल रहा है। उन्होंने कहा कि एनएचएआई को भी इस बारे में अवगत करा दिया गया है और जल्द ही उन सभी नालों की सफाई करा दी जाएगी।
बहरहाल नगर आयुक्त ने यह भी मान लिया है कि जलभराव की स्थिति न बने यह जिम्मेदारी नगर निगम की होती है और यह भी दावा किया है कि जल्द ही इस पर ध्यान देते हुए सभी नालों की साफ सफाई कराई जाएगी। अब देखने वाली बात यह है कि जब इस पहली बारिश ने ही नगर निगम के दावों की पोल खोल दी है तो आने वाले समय में होने वाली बारिश के बाद लोगों को जलभराव से कितनी राहत मिल पाती है।