गाजियाबाद. कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे को देखते हुए गाजियाबाद की डासना जेल से 89 बंदियों को अंतरिम जमानत पर 8 हफ्ते के लिए सोमवार को छोड़ दिया गया। इनमें एक महिला बंदी भी सामिल हैं। सभी से व्यक्तिगत बॉन्ड भरवाने के बाद जेल से रिहाई की गई। भले ही एक तरफ कोरोनावायरस का खतरा मंडरा रहा है, लेकिन जेल से रिहा होने वाले सभी बंदी बेहद खुश दिखाई दिए। आश्चर्य की बात यह है कि यह उनके परिवार वालों के लिए उस वक्त और भी आश्चर्य री बात होगी, जब वे अचानक ही अपने घर पहुंचेंगे।
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देशभर में बढ़ रहे कोरोना वायरस के खौफ के बीच कोरोना के कहर से लोगों को बचाने के लिए पूरे देश को लॉकडाउन कर दिया गया है। इस बीच जेलों में भीड़ कम करने के इरादे से मामूली अपराध में बंद कैदियों को लेकर सरकार ने एक अहम फैसला लिया गया है। इसके तहत जो अंडर ट्रायल बंदी लंबे वक्त से जेल में बंद हैं। उन्हें 2 महीने के पैरोल पर रिहा किया जाए। शासन के इसी आदेश की वजह से गाजियाबाद की डासना जेल से भी 89 बंदियों को रिहा किया गया। इसके साथ ही सरकारी खर्चे पर ही इन सभी बंदियों को उनके घर तक पहुंचाया जाएगा। रिहा होने वाले बंदियों ने बताया कि उन्हें कोरोना वायरस के चलते 2 महीने की पैरोल पर छोड़ा जा रहा है।