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संजना उर्फ गुलशन की मां नूरजहां ने रोते हुए बताया कि उनकी एक साल से अपनी बेटी ने बात नहीं हुई थी। अब जब वह मिली है तो सदा के लिए सो चुकी है। उन्हें कल ही घटना की जानकारी मिल गई थी। लेकिन, उनकी बेटी के पास उन्हें कोई नहीं लाया। उनकी बेटी भले ही दूर थी, लेकिन खुश थी और इसी बात से वह भी खुश थीं। अब वह अपनी बेटी का शव लेकर दिल्ली के रामपुरा जाएंगी। फिर वहां शव को दफनाएंगी। यह भी पढ़ें
घर में दीवार से चिपके मिले थे 10 हजार रुपये, पुलिस ने 2 करोड़ रुपये लेने वाले को किया गिरफ्तार
गौरतलब है कि मृतकों ने फ्लैट की दीवार पर एक सुसाइड नोट लिखा था, जिसमें पांचों के शवों का अंतिम संस्कार एक साथ करने की इच्छा जाहिर की गई थी। इसके साथ ही उन्होंने अंतिम संस्कार के लिए 10 हजार रुपये भी चिपकाए थे और लिखा था कि ये पैसे उनके अंतिम संस्कार के लिए हैं। यह था मामला गाजियाबाद के थाना इंदिरापुरम इलाके के वैभव खंड स्थित कृष्णा सफायर सोसायटी में मंगलवार को 805 नंबर फ्लैट में रहने वाले गुलशन ने अपनी पत्नी परमीना और मैनेजर संजना के साथ आठवीं मंजिल से छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली थी। इससे पहले गुलशन ने अपने दो बच्चों रितिक और रितिका की हत्या कर दी गई थी। उन्होंने दीवार पर एक सुसाइड नोट भी लिखा। जिसमें आत्महत्या का कारण आर्थिक तंगी बताया गया था। इसमें गुलशन ने अपने साढ़ू राकेश वर्मा को जिम्मेदार ठहराया था। घर की दीवार पर सुसाइड नोट के अलावा 10 हजार रुपये भी चिपके मिले थे। इसमें 500 रुपये के 18 नोट थे जबकि बाकी 100-100 के नोट थे। साथ ही में लिखा था कि ये उनकी क्रियाकर्म के पैसे हैं और पांचों शवों का एक साथ अंतिम संस्कार करने की भी इच्छा जाहिर की गई थी।