गाजियाबाद। देशभर में आठ अक्टूबर को भारतीय वायु सेना दिवस मनाया जाता है। गाजियाबाद में हिंडन एयर बेस पर भी इसके लिए जोर शोर से तैयारी चल रही है। इस दिन वायु सेना लोगों के सामने अपनी ताकत का प्रदर्शन करती है। लेकिन इस बार निगम की लापरवाही की वजह से विमानों के प्रदर्शन पर खतरा मंडरा सकता है।
दरअसल एयरबेस के आसपास के गांवों के पास में बड़ी मात्रा में कूड़ा कचरा पड़ा हुआ है। इन पर अक्सर चील और दूसरे पक्षी मंडराते रहते हैं। वायु सेना के विमानों के प्रदर्शन के दौरान ये पायलटों के लिए मुश्किल का सबब बन सकते हैं। इसके चलते वायु सेना की तरफ से नगर निगम गाजियाबाद को इन गांवों के बाहर पड़े रहने वाले कूड़े को हटवाए जाने के लिए लेटर लिखा गया है।
हिंडन एयरबेस के आसपास में पसौंडा, भोपुरा, करहेड़ा, और लोनी गांव है। यहां पर घरेलू और केमिकल कचरा पड़ा रहने की वजह से अक्सर चील और दूसरे पक्षी आसमान में मंडराते रहते हैं। पक्षियों ने पिछले साल भी वायुसेना के लड़ाकू विमानों के लिए गंभीर समस्या पैदा कर दी थी। रिहर्सल एक अक्तूबर ही शुरू हो जाती है।
वायुसेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया की चील आसमान में लगभग 400 से 500 फीट की ऊंचाई तक उड़ती है। ऐसे में विमानों पर उनसे टकराने का खतरा बना रहता है। ये पक्षी हेलीकाप्टरों से भी नहीं डरते हैं। ऐसे में वायुसेना ने गाजियाबाद नगर निगम को पत्र लिखकर एयरबेस के आसपास बसे गावों से खुले में पड़े कूड़े को तत्काल हटाने की दरख्वास्त की है। कुछ ऐसे ही पत्र हापुड़, लोनी और पिलखुआ के अधिकारियों को भी लिखे गए हैं।
नगर आयुक्त सीपी सिंह के मुताबिक जल्द से जल्द पत्र में बताई गई जगहों से कूड़े कचरे को हटाने के लिए अधीनस्थ अधिकारियों को दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। आज ही इन्हें हटवा कर समस्या को खत्म किया जाएगा।