दरअसल यह लाइन पीवीसी वाली थी और बिजली के तारों पर पीवीसी चढ़ी हुई थी। युवक जब तक बिजली के तारों में फंसा रहा उतनी देर वहां बड़ी संख्या में भीड़ माैजूद रही। युवक काे तारों के बीच फंसा हुआ देखकर लाेगाें की सांस अटकी रही क्याेंकि लाइन चालू थी। काफी देर बाद युवक जब बिजली के तारों से निकलकर नीचे गिरा ताे लाेगाें की सांस में सांस आई।
मेरठ:
मोनू नाम के इस युवक ने बताया कि वह पिछले चार साल से अकबरपुर बहरामपुर कॉलोनी ने अपने मकान में रहता है। वह प्रिंटिंग का कार्य करता है और उसके पिताजी दिल्ली चावड़ी बाजार में नौकरी करते हैं। पूरा परिवार पिछले चार साल से यहीं रहता है। आरोप है कि पड़ोसियों उस पर अक्सर तंज कसते थे। इससे परेशान होकर युवक ने आज नशे की हालत में घर की छत से छलांग लगा दी और वह बिजली के तारों में फस गया।
मोनू ने बताया कि उसने दोबारा से छलांग लगाई तो वह जमीन पर गिर गया उसे कुछ चोट अवश्य आई लेकिन उसकी जान बच गई। युवक का जब नशा उतरा ताे उसे खुद अपनी इस गलती का एहसास हुआ और वह खुद भी डर गया कि यदि बिजली के तारों पर पीवीसी ना होती तो उसकी जान जा सकती थी या ऊपर से जमीन पर गिर कर उसकी जान जा सकती थी।