ज्ञात हो कि आईएएस रानी नागर ने 4 मई 2020 को भी वरिष्ठ अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए पद से इस्तीफा दिया था। उस दौरान केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर के साथ बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी रानी का समर्थन किया था, जिसके बाद उनका इस्तीफा प्रदेश सरकार ने नामंजूर कर दिया था। बता दें कि रानी नागर के खराब स्वास्थ्य कारणों के चलते प्रदेश सरकार उनका हरियाणा से कैडर बदलते हुए उत्तर प्रदेश करने की सिफारिश सरकार पहले ही कर चुकी है।
यह भी पढ़ें- सरकारी कर्मचारियों और पेंशनर्स को योगी सरकार का बड़ा तोहफा गाजियाबाद में पिता के घर ले रहीं स्वास्थ्य लाभ बता दें कि हरियाणा की अतिरिक्त सचिव रानी नागर फिलहाल स्वास्थ्य लाभ लेने के लिए छुट्टी पर गाजियाबाद में पैतृक निवास पर रह रही हैं। पिछले दिनों ही रानी नागर ने फेसबुक पर कारतूस और ताबीज की फोटो शेयर करते हुए अपनी हत्या की आशंका जताई थी। उन्होंने फेसबुक पर लिखा था कि उनकी हत्या के लिए इस तरह की चीजे उनके घर के दरवाजे पर रखी गई हैं।
यह भी पढ़ें- रेलवे का बड़ा ऐलान अब ट्रेनों में नहीं होंगे गार्ड, जानें किस मजबूरी में लिया गया यह फैसला वरिष्ठ आईएएस पर लगाए थे दुर्व्यवहार के आरोप रानी नागर ने जून 2018 में पशुपालन विभाग पदस्थ रहने के दौरान वरिष्ठ आईएएस पर दुर्व्यवहार करने का गंभीर आरोप लगाया था। उस मामले में रानी ने चंडीगढ़ की जिला अदालत में आईएएस और यूटी के कुछ पुलिस अधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज कराया था। यह मामला भी काफी सुर्खियों में रहा था।