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रोजाना आते है 25 प्रसव के केस
गाजियाबाद में अभी 100 बेड का एक ही महिला अस्पताल है। जहां रोजाना करीब 20 से 25 प्रसव होते हैं। इसके अलावा ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में प्रसव होते हैं, लेकिन इन केंद्रों पर बेहतर सुविधाएं न होने के कारण ज्यादातर महिलाएं महिला अस्पताल में ही प्रसव के लिए आतीं हैं। या फिर कोई दूसरा ऑप्शन न होने की वजह से न चाहते हुए भी निजी अस्पताल की तरफ रूख करती है। इसी के चलते जनपद में दूसरा 50 बेड का महिला अस्पताल बनाने का फैसला लिया गया है। इस अस्पताल में स्त्री रोग विशेषज्ञों और अन्य पैरामेडिकल स्टाफ की भर्ती की जाएगी।
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लाखों महिलाओं को एक छत के नीचे मिलेगी सारी सुविधाएं
विजयनगर में बनने वाले महिला अस्पताल की बदौलत लाइन पार की लाखों महिलाआें को इसकी सुविधा मिलेगी। अकेले लाइनपार की आबादी छह लाख से अधिक है। सूत्रों के मुताबिक पचास बेड के महिला अस्पताल में महिलाओं को प्रसव और बाकि इलाज के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। उन्हें सारी सुविधाएं एक ही छत के नीचे मिल जाएंगी। इस अस्पताल के लिए स्वास्थ्य विभाग पिछले कई महीनों से जमीन ढूंढ़ रहा है, लेकिन नगर निगम के सहयोग न करने के कारण स्वास्थ्य विभाग को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। यही वजह है कि प्रमुख सचिव ने नगर निगम को अस्पताल के लिए जमीन जल्द से जल्द ढूंढ़कर स्वास्थ्य विभाग को देने का आदेश दिया है।
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मु्ख्य चिकित्सा अधिकारी का कहना
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.एन के गुप्ता ने बताया कि विजयनगर में महिला अस्पताल के लिए नगर निगम को जमीन ढूंढ़कर देने का आदेश दिया गया है। जल्द से जल्द जमीन फाइनल होने के बाद में आगे की कार्रवाई की जाएगी।