बेरोजगारी और कर्ज से परेशान युवक ने उठाया ऐसा कदम, सुबह होते ही स्टेडियम में मची सनसनी
किसी दूसरे के नाम पर था बंदूक का लाइसेंस
दरअसल पिछले दिनों शाजहापुर में बने फर्जी लाइसेंस का भंडाफोड़ पुलिस-प्रशासन ने किया था। और इस मामले की जांच कविनगर कोतवाल कर रहे थे और इसी मामले की जांच में मालूम हुआ कि जूनियर इंजीनियर के पास भी रिपीटर बंदूक है। जिसको फर्जी पाने पर लाइसेंस बनवाया गया था । साथ ही इसके लिए जेई ने दो लाख रुपए खर्च भी किए थे। जब से फर्जी लाइसेंस का भंडाफोड़ हुआ है । तभी से लगातार कई लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था,। पुलिस की माने तो अभी और लोगों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा,।पुलिस ने बंदूक को बरामद कर जेई को जेल भेजने की तैयारी कर ली है ।
जूनियर इंजीनियर को भी भेजा जा रहा जेल
इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए डीएसपी आशीष कुमार सिंह ने बताया कि कुछ समय पहले फर्जी लाइसेंस बनवाने वाले लोगों का पर्दाफाश हुआ था जिसके बाद गहनता से जांच की जा रही थी और अब बिजली विभाग का यह जे ई का यह मामला सामने आया है कि जेई द्वारा फर्जी पते पर लाइसेंस बनवाया गया है। जिसके बाद अब जेई को गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई की जा रही है।