क्या है पूरा मामला?
Ghaziabad में 17 अगस्त को इंटीरियर डिजाइनर अचानक गायब हो गया। काफी तलाश के बाद भी जब उसका सुराग नहीं लगा तो उसके परिजनों ने थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई। इसके बाद पुलिस ने मामले में छानबीन शुरू की तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ। पता चला कि इंटीरियर डिजाइनर की हत्या हो चुकी है। मामले में पुलिस ने नौ लोगों के नाम सामने आए। इसमें पुलिस ने एक युवती समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने हत्याकांड का सनसनीखेज खुलासा किया है। मुख्य आरोपी अक्षय ने पुलिस को बताया कि इंटीरियर डिजाइनर तरुण से उसकी साली की नजदीकियां बढ़ रही थीं। यह उससे बर्दाश्त नहीं हुआ। उसने पहले अपनी साली को तरुण से दूरी बनाने को कहा। लेकिन इसमें वह सफल नहीं हो सका।
कैसे किया अपहरण और हत्या?
अक्षय ने तरुण पंवार को 16 अगस्त को मोरटा गांव के एक माकन में बुलाया। यहां उसने बंद कमरे में पहले तरुण का रस्सी से गाला दबाया। जिसके बाद वो बेहोश हो गया। उसके बेहोश होने बाद अक्षय ने तरुण को इतना मारा कि वो मर गया। उसे मारने के बाद अक्षय ने लाश के 5-6 टुकड़े करके गंगनहर में फेक दिया। कुछ टुकड़े बाबूगढ़ गंगनहर और कुछ टुकड़े बीबीनगर गंगनहर में फेंके। तरुण की कार Ghaziabad में ही खड़ी छोड़ दी।
तरुण के पिता ने मिसिंग की रिपोर्ट दर्ज करायी
16 अगस्त को राजनगर एक्सटेंशन में रहने वाले तरुण पंवार लापता हो गए। वो किसी के कॉल आने पर घर से निकले फिर लौटे नहीं। तरुण के पिता रविंद्र सिंह ने मिसिंग की रिपोर्ट दर्ज करायी। पुलिस के जांच में पता चला कि यह मामला बस मिसिंग का नहीं बल्कि अपहरण का है। पुलिस ने क्या कहा?
Ghaziabad से 75 किलोमीटर दूर पुलिस को तरुण का दाहिना पैर जो बुलंदशहर के औरंगाबाद में रामगढ झाल में फंसा हुआ था। गाजियाबाद DCP राजेश कुमार ने कहा “घटना में महिला सहित कुल 9 लोगों की भूमिका है। तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। जिनका नाम अंजलि, पवन और वंश है। बाकी 6 आरोपियों की तलाश जारी है।”
अभी जारी है सर्च ऑपरेशन
पुलिस ने तरुण की कार गाजियाबाद से बरामद कर ली है। अभी उसके लाश के टुकड़े नहीं मिले हैं। बाबूगढ़ नहर, स्याना, औरंगाबाद तक गंगनहर में सर्च ऑपरेशन चल रहा है। करीब 50 किलोमीटर तक सर्च ऑपरेशन चल रहा है। अभी तक बस एक टुकड़ा मिला है जिसका DNA टेस्ट कराया जाएगा।