जीडीए को कहां मिली खाली पड़ी जमीन
दरअसल, साल 1989 में दिल्ली से सटे
नोएडा के पास वैशाली में गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (GDA) ने एक योजना लॉन्च की थी। इस योजना के तहत जीडीए ने करीब 1,234 एकड़ जमीन पर कई सेक्टर बनाए। इसके बाद यहां छोटे-बड़े भूखंड निकाले गए। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (GDA) की इस योजना में बहुमंजिला सोसाइटी के साथ ग्रुप हाउसिंग भूखंड भी निकाले गए। दिल्ली और नोएडा से सटे होने के चलते साल 2000 के बाद जब वैशाली क्षेत्र में कई ग्रुप हाउसिंग सोसाइटी बनकर तैयार हो गई तो यहां लोगों का रुझान भूखंड और फ्लैट खरीदने की ओर एकाएक बढ़ गया।
जीडीए उपाध्यक्ष ने बताया पूरा प्लान
गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अतुल वत्स ने बताया “पिछले दिनों मैंने जीडीए की सभी योजनाओं की समीक्षा बैठक की। इस दौरान बोर्ड बैठक में लैंड ऑडिट कराने का फैसला लिया गया था। इसके बाद जीडीए की ओर से सभी योजनाओं के साथ जमीनों का सर्वे कराया गया। इस सर्वे में नोएडा से सटे वैशाली एरिया में छोटे-छोटे टुकड़ों में जीडीए की करीब 16000 वर्ग मीटर जमीन खाली पड़ी मिली। इसमें से 5200 वर्ग मीटर जमीन नोएडा के सेक्टर तीन में है। अब इन जमीनों के बेहतर उपयोग के लिए छोटे भूखंडों की एक योजना लॉन्च की जाएगी। अभी फिलहाल इसके लेआउट निर्धारण की प्रक्रिया चल रही है।”
5200 वर्ग मीटर का लेआउट लगभग तैयार
जीडीए उपाध्यक्ष अतुल वत्स ने आगे बताया ”जीडीए ने वैशाली योजना में सर्वे कराया है, जिसमें कई जगह जमीन रिक्त मिली है। अब इस जमीन का बेहतर उपयोग करने के लिए तैयारी की जा रही है। जीडीए वैशाली योजना में मिली जमीनों का लेआउट तैयार करने में जुटा है। सेक्टर तीन में मिली 5,200 वर्ग मीटर का लेआउट लगभग तैयार भी हो चुका है। इसमें 300 वर्ग मीटर से बड़े-बड़े 16 से ज्यादा भूखंड निकाले गए हैं। हालांकि, अभी इस लेआउट को पूरी तरह फाइनल नहीं किया गया है। एक बार सभी जमीनों का लेआउट तैयार हो जाए। इसके बाद इसकी विस्तृत योजना बनाई जाएगी।”