मैनेजर ने हाईस्पीड कार की छत पर किया 10 किलोमीटर का सफर, जानिये क्यों बता दें कि थाना हाफिजपुर क्षेत्र के एक गांव में बीए सेकंड ईयर की छात्रा शनिवार दोपहर से अपने घर से लापता थी, जिसकी परिजन खोजबीन कर रहे थे। इसी दौरान गांव के एक किसान ने छात्रा को बेहोशी की हालत में ईंख के खेत में पड़ा देखा। उसने छात्रा के परिजनों को इसकी सूचना दी, जिसके बाद मौके पर पहुंचे परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही ही मौके पर पहुंची पुलिस ने छात्रा को बेहोशी की हालत में अस्पताल के लिए भेजा, लेकिन रास्ते में ही छात्रा ने दम तोड़ दिया। छात्रा की मौत की खबर सुनते ही परिवार में कोहराम मच गया। मृतक छात्रा के परिजनों की मानें तो छात्रा घर से किसी का फोन आने पर निकली थी, लेकिन उसके बाद घर नहीं लौटी। परिजनों ने गांव के ही तीन युवक नरेश, लोकेश व सुनील पर उनकी पुत्री को नशीली चीज देने के बाद गैंगरेप की घटना को अंजाम देने का की आशंका जताई है। साथ ही एक आरोपी नरेश को नामजद करते हुए थाने में तहरीर दी है। पुलिस ने तहरीर के आधार पर युवक के खिलाफ 302 में मुकदमा दर्ज कर लिया है और मृतक छात्रा के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
भाजपा ने यूपी में फूंका 2019 के चुनाव का बिगुल, जीत के लिए बनाया अब ये नया मास्टर प्लान इस मामले एसपी संकल्प शर्मा ने बताया कि मृतका के परिजनों ने गांव के ही एक युवक नरेश पर आरोप लगाते हुए तहरीर दी है, जिसके आधार पर 302 में मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे उन्हें मुकदमे में शामिल कर लिया जाएगा। फिलहाल पुलिस फरार आरोपी की तलाश में जुटी है। इस सारे मामले में एक बड़ा सवाल यह भी उठता है कि जब मृतक छात्रा के परिजनों ने तीन लोगों पर उनकी बेटी को नशीला पदार्थ देकर गैंगरेप का आरोप लगाया है तो तहरीर में केवल एक युवक का नाम क्यों शामिल कियाा गया है।