दरअसल दिल्ली की रहने वाली एक युवती ने गाजियाबाद के एसएसपी से शिकायत की गई थी कि डॉ पी महालिंगम और उनके बेटे डॉक्टर संतोष महालिंगम ने अपने बड़े रसूख बता कर धोखाधड़ी से एक ट्रस्ट में 8 करोड़ 60 लाख रुपए ट्रस्ट में लगाने के लिए लिए थे। लेकिन उसके बाद उन्हें किसी तरह का कोई दस्तावेज नहीं दिया गया। व्यापारी का आरोप है कि इतना ही नहीं रकम वापस मांगे जाने पर उनके खिलाफ कई तरह के षड्यंत्र भी रचने शुरू कर दिए गए और उन्हें जान से मारने तक की धमकी भी दी गई। जिससे बाद वह भयभीत हो गए।
वहीं अब दिल्ली के रहने वाले पीड़ित व्यापारी तरुण ने गाजियाबाद के एसएसपी से इस पूरे मामले की शिकायत की तो एसएसपी सुधीर कुमार सिंह ने शिकायत का संज्ञान लेते हुए तत्काल प्रभाव से थाना विजय नगर को डॉ पी महालिंगम और उनके बेटे डॉक्टर संतोष महालिंगम के खिलाफ मामला दर्ज किए जाने का आदेश दिया। बहराल एसएसपी के आदेश के बाद डॉ पी महालिंगम और उनके बेटे डॉक्टर संतोष महालिंगम के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।
इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए गाजियाबाद के एसपी सिटी श्लोक कुमार ने बताया कि दिल्ली के रहने वाले एक व्यापारी की ओर से संतोष मेडिकल कॉलेज के ट्रस्टी डॉ पी महालिंगम और उनके बेटे डॉक्टर संतोष महालिंगम के खिलाफ धोखाधड़ी से आठ करोड़ 60 लाख रुपए हड़पने की तहरीर दी गई थी। जिसका संज्ञान लेते हुए दोनों के खिलाफ शिकायत के आधार पर कुल 8 धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया और गहनता से जांच की जा रही है। जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
आपको बता दें कि गाजियाबाद में संतोष मेडिकल कॉलेज स्थापित है, जहां से हर साल बड़ी संख्या में डॉक्टरी की पढ़ाई करने के बाद डॉक्टर देशभर में जगह-जगह लोगों को चिकित्सा मुहैया कराते हैं। इस संतोष मेडिकल कॉलेज की देखरेख और संचालन डॉक्टर पी महालिंगम और उनके बेटे डॉ संतोष महालिंगम करते हैं और इनकी पहचान शुरू से ही यूपी और तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्रियों के नज़दीकियों और उत्तर प्रदेश के भी कई मंत्रियों से रसूख बताए जाते हैं। इतना ही नहीं कई मंत्रियों के बच्चे भी संतोष मेडिकल कॉलेज में ही डॉक्टरी की पढ़ाई कर रहे हैं ।