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बच्चों के कान की जांच करने वाले ऑडियोमेट्रिक असिस्टेंट अनिल कुमार ने बताया कि जिला महिला अस्पताल में एक दिन के बच्चे से लेकर 1 साल तक के बच्चों के कानों की जांच के लिए एक अलग से केंद्र बनाया गया है। जहां पर हर मंगलवार को बच्चों के कानों की जांच कराई जा सकती है। इस सेंटर पर पहले दिन 23 बच्चों के कानों की जांच की गई है। इससे बच्चों को काफी लाभ मिलेगा और समय पर उनका इलाज हो सकेगा। यह भी पढ़ें: अयोध्या में भूमि विवाद: अब हैदर अली की एंट्री- कहा मेरे पूर्वजों ने वक्फ के नाम कर दी थी जमीन इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए जिला महिला चिकित्सालय की मुख्य चिकित्सा अधीक्षक संगीता गोयल ने बताया कि अक्सर यह देखने में आ जाता है कि कुछ बच्चों को बचपन से ही कान में खराबी होती है और जब वह बड़े होते हैं तब इसका पता चल पाता है। उसके बाद बच्चों के कान का इलाज होने में काफी परेशानी होती है और वह मुश्किल से ही ठीक हो पाता है। उसका इलाज भी महंगा होता है। इसलिए इस बात को गंभीरता से लेते हुए आज से जिला महिला चिकित्सालय में छोटे बच्चों के कान की जांच के लिए एक केंद्र स्थापित किया गया है। इस सेंटर पर सुबह 8:00 से 2:00 दोपहर तक हर मंगलवार को छोटे बच्चों के कान की जांच की जाएगी।