अजब-गजबः बच्चे के जन्म लेते ही अस्पताल पहुंचे दो दावेदार तो बुलानी पड़ी पुलिस
खास बातें-
गाजियाबाद के महिला अस्पताल में सामने आया हैरान कर देने वाला मामला
विवाद बढ़ता देख चिकित्सक ने बच्चे को नर्सरी में किया दाखिल
प्रसूता ने पति पर ही लगाए गंभीर आरोप
अजब-गजबः बच्चे के जन्म लेते ही अस्पताल पहुंचे दो दावेदार तो बुलानी पड़ी पुलिस
गाजियाबाद. महानगर के महिला अस्पताल में एक अजीबो-गरीब मामला प्रकाश में आया है। जहां एक नवजात के जन्म लेते ही दो दावेदार पहुंच गए। देखते ही देखते मामला इतना बिगड़ा की पुलिस बुलानी पड़ गई। वहीं अस्पताल की सीएमएस ने विवाद बढ़ते देख नवजात को नर्सरी में रखवा दिया। बुधवार को पुलिस की मौजूदगी में जैसे-तैसे मामला शांत कराया गया।
जानकारी के अनुसार, दिल्ली स्थित करावल नगर निवासी एक गर्भवती महिला सोमवार को प्रसव पीड़ा के बाद गाजियाबाद महिला अस्पताल में भर्ती हुई थी, लेकिन महिला ने अपने स्थान पर अपनी मौसेरी बहन और उसके पति के नाम से महिला अस्पताल में रजिस्ट्रेशन कराया। प्रसव पीड़ा बढऩे पर अस्पताल के चिकित्सकों ने सोमवार को ही महिला की सुरक्षित डिलीवरी करा दी। इस दौरान महिला ने एक बेटे को जन्म दिया। बेटे के जन्म की जानकारी मिलते ही उसका पति भी दिल्ली से गाजियाबाद के महिला अस्पताल पहुंच गया। उसने अस्पताल में चिकित्सकों से कहा कि जन्म लेने वाला बच्चा उसी का है, लेकिन उसकी पत्नी बच्चे को बेचना चाहती है।
चिकित्सकों ने जब अस्पताल के रजिस्टर की जांच की तो पता चला कि उसकी पत्नी के नाम पर किसी तरह का कोई रजिस्ट्रेशन नहीं कराया गया है। यह देखते ही पति के होश उड़ गए और उसने तुरंत डायल 100 पर फोन करके पुलिस बुला ली। सूचना के बाद पुलिस ने पति के दावे को देखते हुए पड़ताल की तो पूरा मामला खुल गया। अस्पताल के चिकित्सकों को भी इस बात की जानकारी नहीं थी कि गर्भवती महिला ने अपना नाम छिपाकर फर्जी नाम से रजिस्ट्रेशन कराया है। विवाद बढ़ता देख अस्पताल की सीएमएस डॉ. दीपा त्यागी ने प्रसूता को वार्ड में शिफ्ट कर दिया और बच्चे को नर्सरी में रखवा दिया। बुधवार को फिर अस्पताल में पुलिस पहुंची और दोनों पक्षों की सहमति से मामले को जैसे-तैसे शांत कराया।
इस पूरे मामले नवजात को जन्म देने वाली महिला ने अपने पति पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह छह माह से पति से अलग रहती है। महिला ने बताया कि उसके पहले से ही एक बेटा और एक बेटी है, लेकिन उसका पति अक्सर उसके साथ मारपीट करता है। उसका आरोप है कि जब तीसरा बच्चा उसके गर्भ में था तब पति ने मारपीट करते हुए उसे घर से भगा दिया था। इसके बाद से वह अपनी मौसी के घर रह रही है। वहीं मौसी की बेटी को कोई बच्चा नहीं है। इसलिए उसने फैसला किया कि वह होने वाले बच्चे को मौसेरी बहन को गोद देगी। इसलिए उसने अस्पताल में मौसेरी बहन और उसके पति के नाम से रजिस्ट्रेशन कराया था।