गाजियाबाद/बुलंदशहर। देश की सरहद से लेकर मुल्क के अंदरूनी हिस्से में आतंकवाद अपनी मौजूदगी दर्ज कराता रहता है, लेकिन अब पाकिस्तान से जुड़े गैंग देश के अंदर ठगी के अपराधों में भी सामने आ रहे हैं। बुलंदशहर क्राइम ब्रांच ने एक ऐसे गैंग का पर्दाफाश किया है, जो जमीन बिक्री के नाम पर ठगी करके धमकियों के लिए पाकिस्तान के फोन नंबर इस्तेमाल करता है। इस गैंग को एक-दो नहीं बल्कि 65 लोग चलाते हैं। बुलंदशहर निवासी गरीबदास के बेटे डालचंद एक प्राइमरी स्कूल में मास्टर हैं। गरीबी में हुई बचत के जरिए उन्होंने बुलंदशहर सिटी में एक घर लेने की सोची। इस दौरान उनकी मुलाकात राधास्वामी सत्संग आश्रम के जरिए दो युवकों से हुई जिनके नाम धीरेन्द्र और सत्यम थे। डालचंद ने बताया कि थोड़े दिन बाद दो से ये ठग एक दर्जन हो गए और खुद को जमीन की खरीद-फरोख्त करने वाली कंपनी बताकर बुलंदशहर के यमुनापुरम् के एक प्लाट का सौदा मास्टर डालचंद से कर दिया। इन ठगों ने 52 लोगों के बैंक अकाउंट के जरिए डालचंद से 30 लाख रुपए ले लिए और फिर फरार हो गए। डालचंद की जिंदगीभर की गाढ़ी कमाई एक आशियाने के सपने में चकनाचूर हो गई, लेकिन असल दिक्कत तब शुरू हुई जब डालचंद के पास बाकी रकम की वसूली के लिए पाकिस्तानी नंबरों से फोन आने लगे। फोनकर्ता डालचंद को फोन करके उन्हें धमकाता था कि अगर रकम नहीं दी तो पाकिस्तान में बैठे-बैठे तुम्हारे परिवार को खत्म करा देंगे। कमजोर दिल के डालचंद पुलिस के पास चले आए। डालचंद से मिले कागजों और मोबाइल सर्विलांस की मदद से जब पुलिस ने मशक्कत शुरू की तो मध्यप्रदेश के सतना जिले के धीरेन्द्र उनके हत्थे चढ़ गया। धीरेन्द्र ने पुलिस की पूछताछ में स्वीकारा है कि उसके गैंग में करीब 65 ठग शामिल हैं। धीरेन्द्र ने पुलिस को बताया कि जिन नंबरों से डालचंद को धमकी दिलवायी थी वह पाकिस्तान के नम्बर हैं। पुलिस अब केन्द्र सरकार की मदद से उन नंबरों के मालिकों की तह तक जाने की कोशिश कर रही है, जो पाकिस्तान से ठगों के मददगार हैं। एसपी क्राईम अरविन्द कुमार पाण्डेय ने बताया कि वादी की तहरीर पर 11 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर जांच की गई तो पाया कि 52 लोगों के बैंक खातों में रुपया गया है। जांच में यह भी पाया गया कि जिस नम्बर से वादी को काॅल की गई थी वह नम्बर पाकिस्तान का था। केन्द्र सरकार की मदद से उन नंबरों के मालिकों की तह तक जाने की कोशिश की जा रही है, जिन्होंने काॅल करके ठगों का साथ दिया है।