यह भी पढ़ें- किसान महापंचायत में बेरोजगारी व महंगाई को मुद्दा बना यूपी में चुनावी जमीन तैयार करेंगे केजरीवाल धरना स्थल पर मौजूद किसानों को संबोधित करते हुए युवा किसानों ने कहा कि सरकार तेजी से निजीकरण की ओर बढ़ रही है, जिसका खामियाजा किसानों, मजदूरों व मध्यम वर्ग के लोगों को भुगतना पड़ेगा। युवा किसानों ने नई शिक्षा नीति पर भी कुठाराघात करते हुए कहा कि नई शिक्षा नीति की आड़ में सरकार शिक्षा का निजीकरण करना चाहती है। सरकार तीनों कृषि कानूनों का वापिस नहीं लेगी और एमएसपी को कानूनी रूप प्रदान नहीं करेगी, तब तक किसानों आंदोलन जारी रहेगा।
मशाल पैदल यात्रा पहुंची गाजीपुर बॉर्डर हरियाणा के दुल्हेडन से आंदोलन स्थल पर पहुंची मशाल पैदल यात्रा में आए सभी किसान कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं। इस कड़ी में शुक्रवार को बड़ी संख्या में किसान मशाल पैदल यात्रा करते हुए यूपी गेट पहुंचे। इन किसानों ने बताया कि यह मशाल पैदल यात्रा झज्जर से शुरू होकर सिंघु बॉर्डर और टिकरी बॉर्डर होते हुई यूपी गेट स्थित आंदोलन स्थल पर पहुंची है।
दो किसानों के मोबाइल चोर से बरामद जब किसान नेता युवा किसानों को संबोधित कर रहे थे तो इसी दौरान एक संदिग्ध युवक देखा गया, जिसे पकड़कर किसानों ने गहन पूछताछ की तो पता चला कि वह मोबाइल चोर है। उसके कब्जे से चोरी के दो मोबाइल भी बरामद हुए और यह दोनों मोबाइल किसान आंदोलन से ही चोरी किए गए थे। इसके अलावा उसके कब्जे से दुपहिया वाहनों की कई चाबियां भी बरामद की गईं। किसानों ने इस मोबाइल चोर को स्थानीय पुलिस को सौंप दिया।