यह भी पढ़ें- बुजुर्ग महिला ने कोरोना से लड़ने के लिए दान की जीवनभर की जमा पूंजी, प्रियंका गांधी ने लिखा भावुक पत्र जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे ने खाद्यान की पर्याप्त उपलब्धता होने के बावजूद फर्जी शिकायत दर्ज कराकर अन्न मांगने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए कई लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किए जाने के लिए सिटी मजिस्ट्रेट को निर्देश दिए हैं। बताया जा रहा है कि मसूरी के हरेंद्र कुमार ने कंट्रोल रूम में शिकायत करते हुए 30 लोगों के लिए राशन की मांग की थी। जांच के दौरान पाया गया कि हरेंद्र कुमार के पास धौलाना से एक दिन पहले ही लगभग 30 किलो राशन उपलब्ध कराया जा चुका था। इस बारे में गहनता से जांच कराई गई तो पता चला कि हरेंद्र राशन की जमाखोरी करने की नीयत से गाजियाबाद जिले के कंट्रोल रूप में फोन करके राशन की मांग की गई थी।
मामला संज्ञान में आने के बाद कोविड-19 महामारी के समय आपदा प्रबंधन अधिनियम का उल्लंघन करने पर जिलाधिकारी ने हरेंद्र कुमार के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने तथा कार्रवाई के आदेश दिए हैं। इसके अलावा थाना खोड़ा कॉलोनी इलाके में भी ऐसा ही एक मामला सामने आया है। खोड़ा के रामभगत और चार अन्य लोगों के खिलाफ तथा लोनी के बजरंग प्रसाद, मकसूद और तीन अन्य लोगों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए गए हैं।
प्रशासन का कहना है कि इस समस्या से जूझते लोगों की जरूरत को समझते हुए रोजाना जनसहयोग से एक लाख 40 हजार राशन के पैकेट का वितरण किया जा रहा है और हर व्यक्ति को पूरा भोजन मिल रहा है। उसके बाद भी कुछ इस तरह के अराजक तत्व हैं, जो सिस्टम को खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है। जिला अधिकारी का कहना है कि इस पूरे मामले में भी अब प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा पूरी निगरानी की जा रही है। इससे पहले भी मोदीनगर इलाके में एक ऐसा ही मामला सामने आया था। इस तरह झूठी कॉल कर राशन मंगाने वालों के खिलाफ तत्काल प्रभाव से मुकदमा लिखाई जाने के आदेश जारी किए गए हैं।