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घूसखोर अधिकारी को पकड़ने गर्इ CBI टीम पर जानलेवा हमला, एक गिरफ्तार, 12 पर केस दर्ज बता दें कि महापौर आशा शर्मा ने निगम कार्यकारिणी समिति के 6 पदों पर चुनाव के लिए बैठक आहूत की थी। इस चुनाव में भाजपा के 4 आैर बसपा के एक पार्षद ने नामांकन दाखिल किया था। वहीं कांग्रेस ने संख्या बल पूरा नहीं होने के बावजूद 2 पार्षदों का नामांकन दाखिल करा दिया। राजनीतिक दलों ने कांग्रेस के एक प्रत्याशी से नामांकन वापस लेने के लिए आम सहमति बनाने का प्रयास किया, लेकिन इसके बावजूद बात नहीं हो सकी। इसके बाद हुए चुनाव में कुछ लोगों ने क्राॅस वोटिंग कर दी। वहीं सपा के एक एमएलसी समेत 6 लोग वोट डालने ही नहीं पहुंचे। यह भी पढ़ें
लोकसभा चुनाव में गठबंधन को लेकर कांग्रेस ने चली अब तक की सबसे बड़ी चाल जैसे ही चुनाव परिणाम घोषित किए गए तो कांग्रेसियों की बांछे खिल गर्इ, लेकिन बसपा का खेमा मायूस हो गया। मतगणना के बाद चुनाव अधिकारी प्रमोद कुमार ने परिणाम घोषित किए तो सपा-बसपा गठबंधन में पड़ी फूट भी खुलकर सामने आ गर्इ। संख्या पूरा होने के बावजूद बसपा पार्षद चुनाव हार गए। वहीं संख्या बल में कम होने के बाद भी कांग्रेसी अपने दो पार्षदों को चुनाव जिताने में कामयाब रहे। वहीं उम्मीद के मुताबिक भाजपा के 4 पार्षद भी चुनाव जीत गए।