यह भी पढ़ें- किसान आंदोलन स्थल पर बनेगा भव्य स्मारक, निर्माण में देश-विदेश के पानी-मिट्टी का होगा इस्तेमाल भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि देश में भूख पर व्यापार नहीं करने देंगे। जितनी भूख होगी अनाज की कीमत भी उतनी ही होगी, जो देश में भूख का व्यापार करेगा उसे बाहर निकाला जाएगा। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार विमानों के टिकटों की दरे बदलती हैं। उस तरह फसल की कीमत नहीं तय हो सकती है। उन्होंने पीएम मोदी के एक नया समुदाय उभरा है, जो प्रदर्शन में लिप्त वाले बयान पर कहा कि हां यह किसान समुदाय उभरा है, जिसका लोग समर्थन भी कर रहे हैं।
टिकैत ने कहा कि नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों का कहना है कि एमएसपी को लेकर कानून नहीं होने के कारण व्यवसायी कम कीमत फसल खरीद उन्हें लूटने का काम करते हैं। उन्होंने किसानों के आंदोलन को जाति-धर्म के आधार पर बांटने की कोशिशों की भी निंदा की। उन्होंने कहा पहले किसान आंदोलन को सिर्फ पंजाब के मुद्दे के तौर पर दर्शाया फिर सिख और जाट मुद्दे के तौर पर पेश किया गया। उन्होंने कहा कि देश का किसान पूरी तरह से एकजुट है। यहां कोई छोटा या बड़ा नहीं है।