गाजियाबाद. शहर के रहने वाले दो लोगों को रोनावायरस के संदिग्ध मरीजों को दिल्ली में भर्ती कराया गया था। इनमें से एक मरीज को राम मनोहर लोहिया अस्पताल (RML Hospital) में भर्ती कराया गया है। इसकी रिपोर्ट आते ही गाजियाबाद के लोगों में हलचल मच गई है। प्रशासनिक अधिकारी भी पूरी तरह अलर्ट हो गए हैं। यह शख्स 23 फरवरी को तेहरान से इंडिया लौटा था। ये शख्स थाना कवि नगर इलाके के सेक्टर 23 कॉलोनी में अपनी पत्नी और एक बेटे के साथ रहते हैं। प्रशासनिक अधिकारियों और डब्ल्यूएचओ की टीम को तेहरान से आने की जानकारी मिली तो इन्हें 2 मार्च को सर्च कर लिया और 3 मार्च को इन्हें राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया । इसके सैंपल आईडीएस पी लैब में भेजे गए। सैंपल जांच के बाद इनकी पॉजिटिव रिपोर्ट आई है, जबकि दूसरा सैंपल नेगेटिव पाया गया है । फिलहाल, उनका दिल्ली में ही इलाज चलाया जा रहा है।
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उधर, इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए गाजियाबाद के मुख्य चिकित्सा अधिकारी नरेंद्र कुमार गुप्ता ने बताया कि गाजियाबाद के sector-23 इलाके में रहने वाले 57 वर्षीय एक शख्स 23 फरवरी को तेहरान से भारत वापस आए थे। यह अपनी पत्नी और एक बेटे के साथ थाना कवि नगर इलाके की सेक्टर 23 कॉलोनी में रहते हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि डब्ल्यूएचओ और प्रशासनिक की स्पेशल टीम ने इन्हें 2 मार्च को सर्च कर लिया। जब इनकी जांच की गई तो उस वक्त ने तेज बुखार था, जिसे संदिग्ध मानते हुए इनके सैंपल जांच के लिए भेजे गए और इन्हें राम मनोहर लोहिया दिल्ली अस्पताल के लिए रेफर करते हुए वहां पर एडमिट कराया गया। जिसकी जांच रिपोर्ट कोरोना वायरस पॉजिटिव आई है। फिलहाल, उनका उपचार दिल्ली में ही चल रहा है। उन्होंने बताया कि उनके घर पर मौजूद उनकी पत्नी और बच्चे को भी होम आइसोलेशन में रखा गया है और उनके भी सैंपल जांच के लिए भेज दिए गए हैं। साथ ही यह भी जानकारी की जा रही है ।कि आखिर इनके संपर्क में जितने लोग आए हैं उन सभी की जांच कराई जाए सीएमओ ने बताया कि इनका केमिकल का बिजनेस है इनके यहां पर तीन और कर्मचारी काम करते हैं। जिनसे हाल में ही यह मिले थे उनके भी सैंपल जांच के लिए भेजे जा रहे हैं और उन्हें भी होम आइसोलेशन में रखा जाएगा।
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उन्होंने बताया कि इस बीमारी से ज्यादा घबराने की आवश्यकता नहीं है। यदि समय पर उपचार हो जाए तो मरीज ठीक हो जाता है ।उन्होंने बताया कि ज्यादा से ज्यादा हाथ और मुंह धुलने चाहिए मुंह पर मास्क का इस्तेमाल करना चाहिए और लगातार हैंड वॉश करने चाहिए यानी लगाता सैनिटाइजर का भी इस्तेमाल किया जाए ।ज्यादा भीड़-भाड़ इलाके में जाने से बचना चाहिए ।यदि इन सब बातों का ध्यान रखा जाए तो इस बीमारी से बचा जा सकता है ।इसके अलावा उन्होंने बताया कि यदि किसी को किसी तरह की कोई परेशानी महसूस होती है ।तो वह डायरेक्ट विभाग द्वारा बनाया गया आईडीएसपी लैब में अपना सैंपल देकर जांच करा सकता है और समय पर उपचार लिया जा सकता है मुख्य चिकित्सा अधिकारी का कहना है कि चिकित्सा विभाग पूरी तरह से तैयार है पर्याप्त मात्रा में दवा और स्टाफ है। ताकि मरीजों का ठीक से उपचार किया जा सके।