जिले के दीवानमुडा में बालेश्वर नाम के एक व्यक्ति की दो पत्नियां हैं, मालती और हीरन्द्री। ये दोनों सौतनें हैं, जो पिछले 15 साल से एक साथ रह रही हैं। दोनों का एक ही राशनकार्ड भी बना हुआ है, लेकिन अब सरकार के द्वारा राशनकार्ड नवीनीकरण करने की प्रक्रिया शुरू होने से इनकी परेशानियां बढ़ गयी है।
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दरअसल अब परिवार के सभी सदस्यों के नाम ऑनलाइन दर्ज होने हैं, इसमें पति-पत्नी का नाम दर्ज करने के लिए तो कॉलम है। लेकिन दो-दो पत्नियों के लिए कोई कालम नहीं हैं। जबकि दोनों ही अपना नाम दर्ज कराना चाहती हैं, जो नियमानुसार संभव नहीं है। इसकी वजह से मालती और हीरन्द्री का राशनकार्ड नहीं बन पा रहा है। प्रदेश में इस तरह का पहला मामला सामने आया है।
अबतक जारी नहीं हो सका राशनकार्ड जारी
फ़िलहाल इस मामले को लेकर खाद्य विभाग के अधिकारी भी असमंजस्य में है। आवेदन मिलने के तीन महीने बाद भी अधिकारी इस परिवार का राशनकार्ड जारी नहीं कर पा रहे हैं। हालांकि अधिकारियों ने दूसरी पत्नी का नाम रिश्ते के अन्य के कॉलम में डालकर राशनकार्ड बनाने का रास्ता निकाल लिया है। ऐसे में कौन पत्नी का दर्जा छोड़कर किसी अन्य सदस्य के रूप में अपने आप को दर्ज करवाती है।
राशन कार्ड (Ration Card) बनाने की प्रक्रिया 17 सितंबर तक
कार्ड बनाने के लिए आवेदन केंद्रों में निशुल्क दिया जा रहा है। इस आवेदन को भरने के बाद जरूरी दस्तावेज समेत जमा करते समय 10 रुपए शुल्क देना होगा। लेकिन इसके लिए भी लोगों को कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है। 10 सितंबर से शुरू हुए रायपुर समेत प्रदेश भर में एक साथ सामान्य परिवारों के राशन कार्ड (Ration Card) बनाने की प्रक्रिया 17 सितंबर तक चलेगी।ऐसे मिल सकता है ऑनलाइन राशकार्ड आवेदन फार्म
सामान्य परिवारों के लिए नए राशन कार्ड (APL Ration Card) बनाने की प्रक्रिया जारी है। लेकिन कहीं इसके फॉर्म नहीं है, तो कहीं देने वाले नदारद हैं। यह खबर जब खाद्य विभाग के अफसरों को पता चली तो उन्होंने कहा, फॉर्म के लिए परेशान न हो। फोटोकॉपी या फिर खाद्य विभाग की वेबसाइट www.khadya.cg.nic.in से भी फॉर्मेट डाउनलोड कर सकते हैं। जहां-जहां व्यवस्था ठीक नहीं है, वहां सुधारी जाएगी।