गरियाबंद

CG Dhan Kharidi: धान खरीदी केंद्र में फूटा किसानों का गुस्सा, बिना बारदाना नहीं दिया जा रहा प्रवेश

CG Dhan Kharidi: किसानों का गुस्सा उस समय सातवें आसमान पर था, जब 50 प्रतिशत पुराना बारदाना नहीं लाने वाले किसानों को खरीदी केन्द्र में प्रवेश नहीं दिया गया।

गरियाबंदNov 29, 2024 / 12:24 pm

Love Sonkar

CG Dhan Kharidi

CG Dhan Kharidi: प्रदेश में मुनादी कराकर किसानों से 50 प्रतिशत बारदाने की मांग कर रही है। इससे जिन किसानों के पास पुराना बारदाना नहीं है वे अपनी उपज बेचने से वंचित न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान खरीदी जारी है, परंतु खरीदी शुरू होने के दूसरे हफ्ते में ही व्यवस्था हांफने लगी है। सरकार अपने समितियों के माध्यम सेहो रहे हैं। टोकन निरस्त भी हो रहा हैं।
यह भी पढ़ें: CG Dhan Kharidi: भ्रम फैलाने वालों पर सरकार करेगी कार्रवाई, CM ने कहा- 21 क्विंटल प्रति एकड़ के मान से हो रही खरीदी

गुरुवार को ब्लॉक के बेलटुकरी धान खरीदी में देखने को मिला। किसानों का गुस्सा उस समय सातवें आसमान पर था, जब 50 प्रतिशत पुराना बारदाना नहीं लाने वाले किसानों को खरीदी केन्द्र में प्रवेश नहीं दिया गया। बेलटुकरी, भैंसातरा, किरवई और लफंदी के किसान अपने टोकन के साथ खरीदी केन्द्र बेलटुकरी धान बेचने पहुंचे थे। परंतु स्वयं का बारदाना नहीं लाने के कारण उन्हें खरीदी केंद्र में प्रवेश नहीं दिया गया। आक्रोशित किसानों ने गेट से सड़क तक धान से लदे ट्रैक्टर, पिकअप, बैलगाड़ी आदि खड़े कर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।
समिति के प्राधिकृत अध्यक्ष चेमन लाल धीवर ने कहा कि मिलरों के हड़ताल से पुराना बारदाना नहीं मिला है। अब किसानों से बोरे मांग रहे है। भैंसातरा के किसान टिकेश कुमार साहू, टीकूराम साहू, भरोसा साहू, नेमीचंद साहू, किरवई के किसान भुनेश्वर साहू, बेदराम साहू, छन्नू लाल साहू, बेलटुकरी के किसान शंकर लाल साहू, सुखदेव साहू, सुंदर लाल साहू, लफंदी के किसान संतोष कुमार, यशवंत साहू, लीलाराम मुरारी साहू ने कहा, 25 रुपये प्रति बोरा देने की बात कह रही है, परंतु बाजार में किसानों को 40 से 60 रुपये प्रति बोरा मिल रहा है। इसलिए सरकार 25 रुपए की राशि न देकर खुद बोरा खरीदे।
भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश महासचिव तेजराम विद्रोही ने कहा कि राज्य सरकार की धान खरीदी नीति में शुरूआत से खामियों से भरा हुआ हैं, जिसे सुधारने जनप्रतिनिधि भी गंभीर नहीं है। किसानों को अभी भी टोकन काटने में परेशानी हो रही है। सर्वर डाउन के कारण 60 प्रतिशत किसान भी स्वयं ऑनलाइन टोकन नहीं काट पा रहे हैं।
वहीं अब बारदाने की समस्या सामने आ रही है। सरकार को चाहिए कि शत प्रतिशत नए बारदाने का विकल्प खोला जाए। जिससे समितियों में उपलब्ध नए बारदाने से खरीदी हो जिस दिन पुराना बारदाना प्राप्त होती है उसके बाद नए और पुराने बारदाने की अनुपात को पूरा किया जा सकता है। इससे किसानों को उपज बेचने में किसी प्रकार परेशानी नहीं होगी। उन्होंने आगे कहा कि 3100 रुपए भी एकमुश्त किसानों को प्राप्त नहीं हो रहा है। जबकि 3217 रुपए प्रति क्विंटल किसानों हक बनता है। केन्द्र द्वारा बढ़ाई गई 117 रुपये प्रति क्विंटल का लाभ किसानों को मिलना चाहिए।

Hindi News / Gariaband / CG Dhan Kharidi: धान खरीदी केंद्र में फूटा किसानों का गुस्सा, बिना बारदाना नहीं दिया जा रहा प्रवेश

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.