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नष्ट की गई शराब
इस प्रक्रिया को सफलतापूर्वक संपन्न कराने में अपर सत्र न्यायाधीश एफटीएससी, यशवंत वासनीकर, तत्कालीन मुय न्यायिक मजिस्ट्रेट छाया सिंह, वर्तमान मुय न्यायिक मजिस्ट्रेट अनीता ध्रुव, न्यायिक मजिस्ट्रेट कनिष्ठ श्रेणी प्रशांत कुमार देवांगन, एसपी निखिल अशोक राखेचा, एएसपी जितेंद्र कुमार चंद्राकर समेत अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे। अगर नष्ट की गई शराब की मात्रा को आम आदमी के संदर्भ में देखें तो आंकड़ा चौंकाने वाला है। अगर एक व्यक्ति एक क्वार्टर यानी 180 एमएल शराब पीता है, तो 11,000 बल्क लीटर शराब पीकर 61 हजार से ज्यादा लोग नशे में झूम सकते थे। शराब नष्ट करने में कोर्ट के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों ने भी सहयोग किया। इनमें प्रेमकुमार सोनवाने, रेणुप्रसाद गिलहरे, देवलाल ठाकुर, गोकुलराम ध्रुव, बालकृष्णा सोनवानी, हीरासिंह ध्रुव, दामोदर सोनवानी आदि शामिल थे।