इस मोबाइल एयरबैग को जर्मनी की आलेन यूनिवर्सिटी के स्टूडेेंट ने बनाया है। 25 साल के फिलिप फ्रेंजेल को यह डिवाइस बनाने का आइडिया खुद के मोबाइल की स्क्रीन टूटने पर आया। इसके बाद फिलिप ने इस ख़ास मोबाइल कवर को तैयार किया।
कैसे काम करता है यह डिवाइस चार साल की मशक्कत के बाद फ्रेंजेल ने यह नया डिवाइस बनाया है। इस डिवाइस में सेेंसर लगा हुआ जिसकी मदद से अगर आपका फोन गिरता है, तो फोन के चारो कोनों पर लगा हुआ केस खुल जाता है। इस डिवाइस में मेटल के स्प्रिंग लगे हुए हैं, जो कि गिरने पर खुल जाते हैं और आपके फोन की स्क्रीन से लेकर फोन को चारो तरफ से पूरा सेफ रखते हैं। साथ ही अगर आपके मोबाइल के गिरने पर इस एयरबैग के खुलने के बाद इसे पुश करने पर इसमें लगे डैंपर केस के अंदर चले जाते हैं और आप इसे दोबारा इस्तेमाल कर सकते हैं। फ्रेंजेल ने अपने इस डिवाइस को AD केस नाम दिया है जिसमें AD का मतलब एक्टिव डैंपनिंग है। जर्मनी की मैकाट्रॉनिक्स सोसाइटी फ्रेंजेल के इस खोज से इतनी प्रभावित हुई है कि उसे 2018 का नेशनल मैकाट्रॉनिक्स प्राइस दिया है। वहीं, फ्रेंजेल ने अपने इस प्रॉडक्ट के पेटेंट के लिए भी रजिस्टर करा दिया है।