आपको बता दें 5G नेटवर्क की टेस्टिंग के लिए
Netgear कंपनी के द्वारा बनाया गए मोबाइल राउटर का इस्तेमाल किया गया है। इस टेस्टिंग में बेहतरीन परफोर्मेंस देखने को मिली है। ऐसे में कहा जा सकता है कि इंटरनेट के जरिए होने वाले काम को अब कम से कम समय में पूरा किया जा सकता है। इससे पहले अमरीका की टेलीकॉम कंपनी Verizon ने भी 5G नेटवर्क कि इंडोर टेस्टिंग कि थी जिस दौरान सिग्नल काफी तेजी से डाउन हो गया था।
सबसे पहले मोबाइल फोन में 3G नेटवर्क के साथ इंटरनेट ब्राउजिंग की शुरुआत हुई है। इसके बाद ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क और वायरलेस नेटवर्क के विस्तार के साथ फोर्थ जेनेरेशन 4G नेटवर्क आया। इस नेटवर्क के जरिए स्मार्टफोन और टैबलेट में बिना किसी दिक्कत के वीडियो भी देखा जाने लगा। अभी मौजूद 4G नेटवर्क पर औसतन स्पीड 45 mbps दर्ज की गई है। लेकिन 5G नेटवर्क के आने के बाद इंटरनेट की स्पीड को 1,000 mbps तक पहुंचाया जा सकेगा। मतलब यूजर्स 4G के मुकाबले 5G पर 10 गुना ज्यादा तेज डाटा डाउनलोड कर सकेंगे।