आपको बता दें कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के कुछ शोधकर्ता एक ऐसी तकनीक पर काम कर रहे हैं जिसके सफल होने पर यूजर्स को स्मार्टफोन चार्ज करने की जरुरत ही नहीं पड़ेगी। उनका कहना है कि इससे बैटरी की क्षमता 300 से 400 साल तक बढ़ाया जा सकता है। ऐसे आने वाले समय में स्मार्टफोन्स में इस तकनीक के इस्तेमाल से बार-बार बैटरी कम होने की झनझट से छुटकारा मिल जाएगा। इस नई तकनीक को नैनोवायर्स का इस्तेमाल कर लिथियम आयन से बनाया जा रहा है। हालांकि, चार्जिंग के समय नैनोवायर्स पर ज्यादा तनाव बढ़ने की वजह से बैटरी के ब्लास्ट होने का डर बना रहता है। इसके लिए वैज्ञानिक इस पर एक विशेष जेल की परत चढ़ाने पर विचार कर रहे हैं जिससे इस समस्या से निजाद मिल सके।