आइफोन की स्क्रीन जैसे-जैसे बड़ी होती जा रही है, वैसे-वैसे इस पर एक हाथ से टाइपिंग करना मुश्किल होता जा रहा है। लेटेस्ट ऑपरेटिंग सिस्टम में एप्पल एक नया क्विकपाथ फीचर जोड़ रहा है। इसकी मदद से एक यूजर कीबोर्ड लैटर्स पर स्वाइप करके टाइप कर सकता है।
कंपनी ने लोकेशन शेयरिंग के लिए कड़े प्राइवेसी नियम जोड़े हैं। नया ऑपरेटिंग सिस्टम विकल्प देगा कि ऐप काम में लेते समय ऐप डिवाइस की लोकेशन एक्सेस कर सकता है या नहीं। ऐप बैकग्राउंड में लोकेशन एक्सेस की कोशिश करेगा तो नोटिफिकेशन भेजा जाएगा।
आइफोन यूजर्स को आखिरकार iPhone में बेहतर वीडियो एडिटिंग कंट्रोल्स मिलेंगे। अब तक वीडियो एडिटिंग के नाम पर आप वीडियो लेंथ को ट्रिम कर सकते थे। आइओएस 13 में यूजर्स कई एलीमेंट्स जैसे एक्सपोजर, ब्राइटनेस आदि को एडिट कर पाएंगे।
आइओएस 13 में यूजर्स को सिस्टम-वाइड डार्क मोड ऑप्शन मिलता है। इसे यूजर की पसंद या नापसंद के आधार पर शुरू या बंद किया जा सकेगा। शुरू करने के लिए डार्क मोड एप्पल के खुद के ऐप्स और होम स्क्रीन डॉक में होगा।
फोटो ऐप में एक बड़ा बदलाव यह होगा कि मशीन लर्निंग से ऑर्गनाइज करने की सुधरी हुई व्यवस्था मिलेगी। आपके बेस्ट फोटोज बड़े थंबनेल्स के साथ हाईलाइट किए जाएंगे। वहीं डुप्लीकेट फोटोज या स्क्रीनशॉट्स को छुपा दिया जाएगा।
नए ऑपरेटिंग सिस्टम में iPhone की ट्रैकिंग सर्विस को नए नाम ‘फाइंड माई’ से जाना जाएगा। ट्रैकिंग की क्षमता में सुधार करने के लिए यह ‘फाइंड माई आइफोन’ और ‘फाइंड माई फ्रेंड्स’ के फीचर्स को कम्बाइन कर देता है। इससे फोन को आसानी से ट्रैक कर पाएंगे।
अब आपको थर्ड पार्टी वेबसाइट्स और ऐप्स में लॉगइन करने के लिए कंपनी का खुद का ‘साइन इन विद एप्पल’ ऑप्शन मिलेगा। यह उसी तरह होगा जैसे कि कई साइट्स और ऐप्स पर गूगल या फेसबुक ऑप्शन्स से साइन इन किया जाता है।
गूगल मैप्स स्ट्रीट व्यू की तरह एप्पल मैप्स का नया फीचर ‘लुक अराउंड’ है। आप बिना किसी परेशानी के मैप्स ऐप में किसी लोकेशन के स्ट्रीट लेवल फोटोज को देख सकेंगे। यह फीचर नए मैप्स ऐप में उपलब्ध होगा।