सिक्योरिटी रिसर्चर्स की माने तो सिर्फ एक मैसेज के जरिए एंड्रॉयड स्मार्टफोन्स को हैक किया जा सकता है। इस एसएमएस का प्रभाव उन स्मार्टफोन्स पर ज्यादा होगा जो एंड्रॉयड के 2.2 या 5.1 वर्जन पर काम करते हैं। मतलब5.1 लॉलीपॉप एंड्रॉयड वर्जन से नीचे आने वाले सभी वर्जन को हैक किया जा सकता है। मालूम हो अभी एंड्रॉयड का सबसे लेटेस्ट वर्जन 9.0 ओरियो है। वहीं, अभी के सभी हैंडसेट्स को 8.1 पाई के साथ ही लॉन्च किया जा रहा है। ऐसे में इस मैसेज का प्रभाव इन वर्जन के स्मार्टफोन्स पर नहीं होगा।
लेकिन अगर आपका डिवाइस एंड्रॉयड 5.1 लॉलीपॉप या इसके नीचे के वर्जन पर काम करता है तो आपको सतर्क रहने की जरूरत है। ऐसा इस लिए है क्योंकि 5.1 तक के एंड्रॉयड वर्जन में एक कमी है जिसका फायदा हैकर्स उठा सकते हैं। बता दें एंड्रॉयड फोन में एक (Stagefright) सॉफ्टवेयर है जिसकी मदद से मल्टीमीडिया फाइल को ओपन व प्ले किया जाता है। साथ ही इसी सॉफ्टवेयर के जरिए एमएमएस को भी ओपन किया जाता है। यही किसी हैकर के पास आपका मोबाइल नंबर हो तो वह आसानी से आपके फोन को हैक कर सकते है। इस लिए आप किसी भी अनजान नंबर से आए मैसेज और लिंक को ओपन ना करें।