प्रोडक्शन डिवाइस में एक्सपर्ट कंपनी टॉपटेक के एक पूर्व सीईओ और अधिकारियों को अप्रैल 2018 में सैमसंग से एज पैनल तकनीक प्राप्त हुई थी। व्यक्ति को इससे जुड़े टेक्निकल स्पेसिफिकेशंस और टेक्नोलॉजी इमेज को एक अलग कंपनी में लीक करने के आरोप में दोषी ठहराया गया था। यह भी आरोप लगाया था कि व्यक्ति ने दस्तावेजों का कुछ हिस्सा दो चीनी कंपनियों को भी बेच दिया था।
व्यक्ति पर सैमसंग द्वारा प्रदान की गई टेक्निकल ड्राइंग के आधार पर 3डी लेमिनेशन प्रोडक्शन उपकरण की 24 इकाइयों का उत्पादन करने, उनमें से 16 को चीनी कंपनियों को निर्यात करने और बाकी को बेचने का प्रयास करने का भी आरोप लगाया गया था।
एक जिला अदालत ने शुरू में टॉपटेक के पूर्व सीईओ और अधिकारियों को दोषी नहीं पाया था। कोर्ट ने कहा था कि लीक हुई टेक्नोलॉजी कोई बिजनेस सीक्रेट नहीं है। लेकिन एक अपीलीय कोर्ट ने फैसले को पलट दिया और पूर्व सीईओ को तीन साल जेल की सजा सुनाई। कोर्ट ने यह तर्क दिया कि टेक्नोलॉजी को सार्वजनिक डोमेन में नहीं माना जा सकता है।
शीर्ष कोर्ट ने टॉपटेक के पूर्व सीईओ की तीन साल की कैद को बरकरार रखा। टॉपटेक के दो अन्य अधिकारियों को भी अंतिम रूप से दो साल की जेल की सजा दी गई, जबकि कंपनी पर 100 मिलियन वॉन का जुर्माना लगाया गया।
-आईएएनएस