पहले हाफ में बराबरी पर रोका
भारतीय लड़कों ने अमरीका जैसी बड़ी टीम को पहले हाफ में बराबरी पर रोके रखा। लेकिन दूसरे हाफ की शुरुआत में वह अपने इस लय को कायम नहीं रख पाई। दूसरा हाफ शुरू होते ही अमरीका ने पेनाल्टी अर्जित किया और इस पेनाल्टी पर बुमेट ने गोल दागकर अमरीका को 1-0 की बढ़त दिला दी। इसके बाद 63वें मिनट में कॉर्टेज ने मैदानी गोल कर 2-0 अमरीका की बढ़त को दोगुना कर दिया। मैच के आखिरी मिनट में सिस्नेरोज ने तीसरा गोल दागकर अमरीका की जीत सुनिश्चत कर दी।
इस टूर्नामेंट में भारत को अगला मुकाबला एक और मजबूत टीम मेक्सिको से खेलना है।
एएफसी अंडर-16 क्वालिफायर्स में मिलेगी मदद
इस टूर्नामेंट में भारत को विश्व फुटबॉल में अपनी पहान रखने वाली मजबूत टीम अमरीका, मेक्सिको और स्लोवानिया की अंडर-15 टीम से खेलना है। भारतीय अंडर-15 टीम के कोच बिबियानो फर्नाडिज का मानना है कि इस टूर्नामेंट में भारत के लिहाज से परिणाम चाहे जो भी हो, लेकिन इन दिग्गज टीमों से खेलने का फायदा भारतीय टीम को एएफसी अंडर-16 का क्वालिफायर्स मुकाबले में मिलेगा, जो इसी साल खेला जाना है। यह टूर्नामेंट एक तरह से क्वालिफायर्स के लिए तैयारी का काम करेगा। फुटबॉल के जानकार भी इस बात को मानते हैं। बता दें कि कोच बिबियानो के निर्देशन में ही पिछले साल मलेशिया में हुए एएफसी अंडर-16 चैम्पियनशिप में भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन कर क्वार्टर फाइनल तक का सफर किया था। कोच के अनुसार वह इस साल भी वैसी ही टीम बनाने की कोशिश कर रहे हैं। इन टूर्नामेंटों में खेलने के लिए कोच ने देश भर में ट्रायल कर इन लड़कों को चुना है।