धीरज के लिए यादगार रहा मैच –
मैच के पहले गोल में भी स्टोजानोविक की भूमिका रही थी। उनके द्वारा सही समय लिए गए किक के गेरसन विएरा से डिफलेक्ट होने के बाद ही पोपलातनिक ने उस पर गोल किया था। इसके बाद स्टाजानोविक ने हालीचरण नारजारे के सटीक पास पर गोल करते हुए अपनी टीम को यादगार जीत दिला दी। नारजारे के नाम इस संस्करण का पहला एसिस्ट रहा।इस तरह केरला ने मेजबान टीम के खिलाफ 11 मैचो में दूसरी जीत हासिल की। पांच मैचों में उसे हार मिली है जबकि चार बराबरी पर छूटे हैं। यह मैच अंडर-17 विश्व कप में भारत के लिए खेलने वाले धीरज के लिए यादगार रहा। इस मैच के जरिए उन्होंने आईएसएल में पदार्पण किया। मैच का पहला पीला कार्ड 20वें मिनट में एटीके के नोसैर अल मैमुनी को मिला।
ऐसे जीता केरला –
केरला ने खेल की शुरुआत से ही दबदबा बनाए रखा था। पहला हाफ काफी हद तक केरला के नाम रहा लेकिन एटीके ने भी कई अच्छे मौके बनाए थे। गेंद पर ज्यादातर समय केरला का कब्जा रहा था लेकिन उसे सफलता नहीं मिली थी। संदेश झिंगन की टीम ने कई अच्छे मूव बनाए पर खाता नहीं खुला। नए मैनेजर की देखरेख में 25वें मिनट के बाद लय पकड़ने वाली मेजबान टीम 39वें मिनट में गोल करने के काफी करीब थी लेकिन उसे सफलता नहीं मिली। दूसरे हाफ के शुरुआती 20 मिनट में दोनों टीमों के प्रयास में विफल हुए। इसी बीच दोनों टीमों ने कुछ बदलाव किए लेकिन एटीके द्वारा किए गए दो बदलावों के बावजूद केरला ने पहला गोल दागते हुए बढ़त हासिल कर ली। ऐसा लगा कि मेजबान टीम बराबरी का गोल करके मैच को रोमांचक बना देगी लेकिन इसी बीच स्टाजानोविक ने गोल करते हुए उसकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया।