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वह बताते हैं कोरोना से बचाव किया जाए तो वह घर में प्रवेश नहींं कर सकता। उनके परिवार में भी कोरोना के नियमों का पालन किया जाता है। गाांव का कोई भी व्यक्ति घर में प्रवेश नहीं कर सकता। बाहर निकलते समय मास्क का प्रयोग करते हैं। हाथों को सैनिटाइज करते रहते हैं। कोरोना को रोकने में घर की महिलाओं और बच्चों का भी बड़ा योगदान रहा है।
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करते हैं सलाह मशविरा
उन्होंने बताया कि वह नौ भाई हैं। कोई भी काम करने से पहले वह सभी आपस में बैठकर सलाह मशविरा करते हैं। खेती और आलू का व्यापार करते हैं। महिलाएं आपस में सामंजस्य बनाकर घर के कामों को निपटाने का काम करती हैं। उनके परिवार में सबसे बड़े प्रमोद दीक्षित उनसे छोटे मनोज दीक्षित, पवन दीक्षित, विनोद दीक्षित, नीरज दीक्षित, संदीप दीक्षित, रामनरेश दीक्षित, बृजेश दीक्षित और वरूण दीक्षित हैं। इन सभी की पत्नी और दो नाती मिलाकर कुल 40 लोगों का परिवार है।
वह बताते हैं कोरोना से बचाव किया जाए तो वह घर में प्रवेश नहींं कर सकता। उनके परिवार में भी कोरोना के नियमों का पालन किया जाता है। गाांव का कोई भी व्यक्ति घर में प्रवेश नहीं कर सकता। बाहर निकलते समय मास्क का प्रयोग करते हैं। हाथों को सैनिटाइज करते रहते हैं। कोरोना को रोकने में घर की महिलाओं और बच्चों का भी बड़ा योगदान रहा है।
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