यह भी पढ़ें— इस बार सुहागनगरी में 300 से अधिक पांडालों में विराजेंगे विघ्नहर्ता भगवान गणेश, दस दिनों तक चलेगा आयोजन खेत पर गया था भैंस चराने
एका के देवा निवासी करीब 55 वर्षीय हप्पू पुत्र नन्दन सिंह गुरुवार को भैंस चराने को खेत पर ले गया था। उसी दौरान बारिश होने लगी। बारिश के चलते वह पेड़ के नीचे खड़ा हो गया। कुछ देर के बाद तेज आवाज के आकाशीय बिजली उसके ऊपर गिर पड़ी। बिजली गिरते ही हप्पू पूरी तरह के जल गया। भैंस भी आकाशीय बिजली से मौके पर ही मर गई। हादसा होते देख खेतों में काम कर रहे लोग वहां पर पहुंचे। पता चलते ही उसके परिवारीजन भी वहां पर पहुंच गए। उसकी हालत देख परिवारीजन भौंचक्के रह गए। परिवार की महिलाएं रोने लगी। किसान की मौत से परिवार में कोहराम मच गया। गांव में मौत का सन्नाटा पसर गया। परिजनों का कहना था कि उन्हें क्या पता था कि ऐसा हो जाएगा। अन्यथा वह भैंस चराने के लिए हप्पू को कभी नहीं भेजते।
एका के देवा निवासी करीब 55 वर्षीय हप्पू पुत्र नन्दन सिंह गुरुवार को भैंस चराने को खेत पर ले गया था। उसी दौरान बारिश होने लगी। बारिश के चलते वह पेड़ के नीचे खड़ा हो गया। कुछ देर के बाद तेज आवाज के आकाशीय बिजली उसके ऊपर गिर पड़ी। बिजली गिरते ही हप्पू पूरी तरह के जल गया। भैंस भी आकाशीय बिजली से मौके पर ही मर गई। हादसा होते देख खेतों में काम कर रहे लोग वहां पर पहुंचे। पता चलते ही उसके परिवारीजन भी वहां पर पहुंच गए। उसकी हालत देख परिवारीजन भौंचक्के रह गए। परिवार की महिलाएं रोने लगी। किसान की मौत से परिवार में कोहराम मच गया। गांव में मौत का सन्नाटा पसर गया। परिजनों का कहना था कि उन्हें क्या पता था कि ऐसा हो जाएगा। अन्यथा वह भैंस चराने के लिए हप्पू को कभी नहीं भेजते।