घटना सोमवार की अलसुबह 3.50 मिनट की है। कानपुर रेलखंड के इटावा रेलवे स्टेशन से 15632 गुवाहाटी-बीकानेर साप्ताहिक स्पेशल ट्रेन इटावा स्टेशन से अल सुबह साढ़े तीन बजे करीब गुजरी थी। ट्रेन के चालक ने इटावा स्टेशन गुजरने के बाद अप रेल ट्रैक पर ही एक मोटी राॅड को पड़े हुए देखा, जोकि ट्रैक की दोनों रेललाइनों को कवर किए हुए थी। चालक ने तत्काल ही ट्रेन को ब्रेक लगाकर रोक लिया और इंजन से उतरकर राॅड को अपने कब्जे में लेते हुए घटना से मुख्य नियंत्रण कक्ष टूंडला के अधिकारियों को अवगत कराया। घटना की जानकारी मिलने पर अधिकारियों में हड़कंप मच गया। चालक ने लगभग पन्द्रह मिनट बाद ट्रेन को अधिकारियों के आदेश पर गंतव्य के लिए रवाना कर दिया।
टूंडला के अधिकारियों को सौंपी राॅड गुवाहाटी-बीकानेर साप्ताहिक ट्रेन को टूंडला हैडक्वार्टर के चालक अरविन्द कुमार टूंडला लेकर आ रहे थे। ट्रेन का कानपुर के बाद सीधे टूंडला स्टाॅपेज होने के कारण चालक ने राॅड को टूंडला लाकर अधिकारियों को सौंप दिया।
चालक की नजर न पड़ती तो हो जाती दुर्घटना ट्रेन के चालक अरविन्द कुमार की नजर अगर रेलट्रैक पर पड़ी हुई राॅड पर न जाती, तो शायद ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त हो सकती थी। चालक की सजगता की सभी अधिकारियों ने प्रशंसा भी की। जनसम्पर्क अधिकारी इलाहाबाद सुनील गुप्ता का कहना है, कि मामला संज्ञान में आया है। राॅड भी अधिकारियों को मिल चुकी है। मामले की जांच की जा रही है।