थाना रामगढ़ क्षेत्र के हबीबगंज निवासी सबीना अपनी 12 वर्षीय पुत्री जैनत को शहर के मेडिकल कॉलेज लेकर गई थी। बालिका की तबियत खराब हो गई, उसके पेट में दर्द और तेज बुखार के साथ ही शरीर में दर्द भी हो रहा था। बालिका को अस्पताल कर्मचारियों ने बेड पर बिठा दिया, उसके बाद उसकी सुध भी नहीं ली।
पीड़िता की मां ने बताया कि उन्होंने चिकित्सकों से कहा कि वह बेटी को चलकर देख लें लेकिन कोई नहीं आया। करीब 12 घंटे तक उनकी बेटी दर्द से कराहती रही। जब मीडिया ने मामले का संज्ञान लिया तो चिकित्सक मौके पर पहुंचे और उपचार शुरू कराया। तब जाकर बेटी को इलाज मिल सका। ऐसा पहली बार नहीं हुआ जक चिकित्सकों की मनमानी सामने आई है। इससे पहले भी कई मरीज परेशान होते देखे गए हैं।