पत्रिका न्यूज नेटवर्कफिरोजाबाद। उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में कोरोना जांच रिपोर्ट के नाम पर गड़बड़झाला चल रही है। सैंपल दिए बिना ही लोगों की जांच रिपोर्ट आ रही हैं। कोरोना का फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने जांच बिठा दी है। बताया जा रहा है कि जांच रिपोर्ट अधिक कराने का दबाव होने के कारण विभाग फर्जी रिपोर्ट तैयार कर रहा है।
यह भी पढ़ें— जयपुर, कानपुर और आगरा से बाइक लूट करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ संक्रमित व्यक्ति की हो गई मौतशहर के महावीर नगर निवासी 38 वर्षीय युवक की रिपोर्ट 24 अप्रैल की कोरोना पॉजिटिव आई थी। उसके परिजनों के मुताबिक युवक की 26 अप्रैल को मृत्यु हो गई थी। विभाग ने युवक को स्वस्थ दिखाते हुए पोर्टल बंद कर दिया। वहीं गांव मौढ़ा निवासी प्रदीप कुमार पत्नी के साथ कोटला चुंगी से गुजर रहे थे। तभी स्वास्थ्य विभाग की टीम ने रोककर उनकी और उनकी पत्नी की जांच के लिए सैंपल ले लिया। ?
यह भी पढ़ें— युवती का धर्म परिवर्तन करा रचाई शादी, गर्भपात के बाद छोड़ा नाम पूछकर चढ़ा दिए आॅनलाइनयुवक के मुताबिक टीम ने घर में बहन, मां और पिता का नाम पूछ लिया था। जब प्रदीप कुमार ने मोबाइल पर अपनी रिपोर्ट चेक की तो उसमें प्रदीप और उसकी पत्नी की रिपोर्ट थी। साथ ही पिता, बहन और मां की रिपोर्ट भी निगेटिव चढ़ी थी जबकि पिता, मां और बहन तीनों ही वहां नहीं थे। प्रदीप ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत की। राहुल तिवारी ने कोरोना जांच के लिए सात मई को आरटीपीसीआर जांच के लिए सैंपल दिया था। पोर्टल पर आठ मई की तिथि से एंटीजन की निगेटिव रिपोर्ट अपलोड कर दी गई। कोरोना जांच रिपोर्ट के नाम पर हो रहे फर्जीवाड़े को लेकर सीएमओ डॉ. नीता कुलश्रेष्ठ ने बताया कि कई शिकायतें उनके पास भी आई हैं। मामलों की जांच अधिकारियों को दी गई है। दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।